Last Updated: Friday, November 18, 2011, 17:22
नई दिल्ली : शेयर बाजार में जारी अनिश्चितता को दरकिनार करते हुए वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि फिलहाल चालू वित्त वर्ष के 40,000 करोड़ रुपए के विनिवेश लक्ष्य को कम करने का उनका कोई इरादा नहीं है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में निहित उनकी मूल्यक्षमता को सामने लाना और उससे सरकार के सामाजिक क्षेत्र के कार्यक्रमों के लिए संसाधन जुटाना जरूरी है।’
सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश पर आयोजित एक संगोष्ठी के बाद मुखर्जी ने अलग से संवाददाताओं से कहा, ‘मैं फिलहाल इसे संशोधित नहीं कर रहा हूं। हमने लक्ष्य तय किया है और हम इसे पाने का प्रयास करेंगे। हालांकि, इसे हासिल करना कई अन्य परिस्थितियों पर निर्भर करता है, विशेषतौर पर आर्थिक क्षेत्र की स्थिति को देखना होगा।’
मुखर्जी ने कहा कि सरकार सार्वजनिक उपक्रमों में अपनी 51 प्रतिशत हिस्सेदारी बरकरार रखेगी। सार्वजनिक कंपनियों में 51 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी को बनाये रखना संसाधनों को ताले में बंद रखने के समान है, विशेषकर ऐसे समय जब इन संसाधनों की विकास कार्यों में जरूरत है। आर्थिक लिहाज से संसाधनों को बंद रखना ठीक नहीं। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान विनिवेश से 40,000 करोड़ रुपये की राशि जुटाने का लक्ष्य रखा है। वर्ष के सात महीने बीत चुके हैं लेकिन सरकार की झोली में मात्र 1,145 करोड़ रुपये ही विनिवेश के जरिए पहुंचे हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 18, 2011, 22:54