Last Updated: Wednesday, February 8, 2012, 11:07

नई दिल्ली : देश का प्रत्यक्ष कर संग्रह मौजूदा कारोबारी साल के पहले 10 महीनों में 14.57 फीसदी अधिक 4,25,274 करोड़ रुपये रहा, जो 20 फीसदी वृद्धि के बजटीय लक्ष्य से काफी कम है।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह मौजूदा कारोबारी साल के अप्रैल से जनवरी माह की अवधि में 14.57 फीसदी अधिक 4,25,274 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में 3,71,188 करोड़ रुपये था।
दस महीने में कर संग्रह की गति की देखते हुए मौजूदा कारोबारी साल में 5.33 लाख करोड़ रुपये के बजटीय लक्ष्य पूरा होने की सम्भावना कम है। कर संग्रह के अनुमान से कम रहने से बजटीय घाटा पर भी दबाव बढ़ गया है। आर्थिक विश्लेषकों और कई अनुमानों के मुताबिक मौजूदा कारोबारी साल में वित्तीय घाटा 4.6 फीसदी के बजटीय लक्ष्य से अधिक रहेगा। आलोच्य अवधि में कारपोरेट कर संग्रह पिछले कारोबारी साल की समान अवधि की तुलना में 11.87 फीसदी वृद्धि के साथ 2,85,837 करोड़ रुपये रहा। इसी अवधि में व्यक्तिगत आयकर संग्रह पिछले कारोबारी साल की समान अवधि की तुलना में 20.43 फीसदी अधिक 1,38,730 करोड़ रुपये रहा।
इसी अवधि में कर रिफंड में भारी वृद्धि के चलते शुद्ध कर संग्रह में सिर्फ 9.28 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और यह 3,46,959 करोड़ रुपये रहा। संपत्ति कर संग्रह 45.11 फीसदी उछाल के साथ 682 करोड़ रुपये रहा, जबकि इसी अवधि में शेयर हस्तांतरण कर (एसटीटी) संग्रह 27.19 फीसदी गिरावट के साथ 4,145 करोड़ रुपये रहा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 8, 2012, 16:37