'फिर खराब हो रही वैश्विक अर्थव्यवस्था' - Zee News हिंदी

'फिर खराब हो रही वैश्विक अर्थव्यवस्था'

मुंबई:  करीब तीन सालों के बाद एक बार फिर यूरोपीय कर्ज संकट के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था की हालत खराब होती दिख रही है। इस कारण भारत की विकास दर भी घट सकती है। यह आशंका भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को जाहिर की।

 

आरबीआई के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने मौजूदा कारोबारी साल की तीसरी तिमाही की मौद्रिक समीक्षा जारी करने के तुरंत बाद एक बयान में कहा, 'तीन सालों के बाद ही वैश्विक अर्थव्यवस्था एक बार फिर से खस्ता हाल की ओर बढ़ रही है। यूरोपीय कर्ज संकट के कारण मंदी से उबरने की प्रक्रिया पटरी से उतर सकती है। उन्होंने कहा, 'खर्च कम करने की कोशिशों में यूरो क्षेत्र में मंदी आ सकती है। उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्था में भी विकास दर कम रह सकती है और यूरो क्षेत्र के असर के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था का विकास धीमा रह सकता है।'

 

संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था में 2009 में 2.4 फीसदी गिरावट दर्ज करने के बाद 2010 में चार फीसदी का विकास दर्ज किया गया। वर्ष 2011 में 2.8 फीसदी विकास का अनुमान है। भारत की आर्थिक विकास दर कारोबारी साल की पहली छमाही में 7.3 फीसदी रही, जबकि बजटीय लक्ष्य नौ फीसदी का था।  (एजेंसी)

First Published: Tuesday, January 24, 2012, 15:48

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