Last Updated: Monday, November 21, 2011, 13:37
नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने कहा है कि रुपये में आ रही गिरावट के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) विदेशी विनियम बाजार (फॉरेक्स) में सीमित हस्तक्षेप ही कर सकता है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया और कमजोर पड़कर 32 माह के निचले स्तर 51.50 प्रति डालर पर आ गया।
आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव आर. गोपालन ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि विदेशी मुद्रा बाजार में रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप करने की क्षमता सीमित ही है। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में 16 पैसे की गिरावट के साथ 51.50 प्रति डालर पर आ गया।
डीलरों ने कहा कि कुछ बैंकों और आयातकों की डालर मांग से रुपये की धारणा प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि घरेलू शेयर बाजार से विदेशी कोषों की निकासी तथा सार्वजनिक क्षेत्र की तेल रिफाइनरी कंपनियों की डालर मांग से रुपये का आकर्षण कम हुआ है।
First Published: Monday, November 21, 2011, 19:07