Last Updated: Tuesday, November 20, 2012, 15:49
नोमपेन्ह : जापान ने मंगलवार को कहा कि वह दिल्ली-मुम्बई माल ढुलाई गलियारा के दूसरे चरण और दक्षिण भारत में एक अन्य आधारभूत संरचना परियोजना के लिए 2.26 अरब डॉलर ऋण की घोषणा करेगा। आधिकारिक स्रोतों के मुताबिक जापान के प्रधानमंत्री योशिहिको नोडा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को यहां मंगलवार को उनकी द्विपक्षीय मुलाकात में इस बारे में बताया।
दोनों प्रधानमंत्री 18 नवम्बर को जापान में नए राजनीतिक घटनाक्रम के कारण द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के तहत मुलाकात नहीं कर पाए थे। उन्होंने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के इतर मौके पर यहां पीस पैलेस में मुलाकात की। नोडा ने सिंह को बताया कि जापान समर्पित माल ढुलाई गलियारा (डीएफसी) के दूसरे चरण और दक्षिण भारत में एक अन्य आधारभूत संरचना परियोजना के लिए आधिकारिक विकास सहयोग (ओडीए) के तहत येन कर्ज की दूसरी खेप की घोषणा करेगा। दक्षिण भारत के परियोजना क्षेत्र में जापानी कम्पनियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी है।
एक आधिकारिक सूत्र ने वार्ता के बाद कहा कि वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नोडा ने तेज गति रेलवे में जापान की रुचि बरकरार रहने की भी जानकारी दी। ओडीए के 184 अरब येन रहने का अनुमान है। भारत जापान से सर्वाधिक ओडीए पाने वाला देश है। नोडा ने प्रधानमंत्री सिंह से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी पर बात कर पाने के लिए भी खुशी जाहिर की।
जापानी प्रधानमंत्री ने कहा कि चूंकि वे टोक्यो में सलाना शिखर सम्मेलन में नहीं मिल पाए थे, इसलिए वह यहां आपसी सम्बंध की अगली योजना पर बात करना चाहते थे। मनमोहन सिंह ने हालांकि कहा कि भारत जापानी कम्पनियों से आधारभूत संरचना क्षेत्र में निवेश चाहता है। उन्होंने दिल्ली मेट्रो रेल निगम का उदाहरण दिया, जिसमें जापान सरकार से काफी सहायता मिली है। उन्होंने कहा कि देश के दूसरे शहर भी इसका अनुकरण कर सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 20, 2012, 15:49