Last Updated: Wednesday, December 21, 2011, 08:53
वाशिंगटन : अमेरिका की एक आधिकारिक रिपोर्ट में नई दिल्ली के नेहरू प्लेस को विश्व के 30 कुख्यात आईटी बाजारों में शामिल किया गया है। इस सूची में ऐसे बाजारों को शामिल किया गया है जहां बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) का ख्याल रखे बगैर सामानों और सेवाओं का कारोबार किया जाता है।
अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है, ‘नेहरू प्लेस भारत के प्रमुख शहरों में मौजूद ऐसे बाजारों में से एक है जहां बड़े पैमाने पर नकली सॉफ्टवेयर, सीडी, डीवीडी और दूसरे जाली सामान की बिक्री की जाती है।’ ‘द आउट ऑफ साइकिल रिव्यू ऑफ नोटोरियस मार्केट्स’ रिपोर्ट में विश्वभर के 30 ऐसे बाजारों को शामिल किया गया है जहां तमाम कानूनों की परवाह किए बगैर नकली वस्तुओं का व्यापार होता है। इस रिपोर्ट में बाजार और इंटरनेट दोनों के जरिए नकली सामान के कारोबार करने वाली जगहों को शामिल किया गया है।
बताया गया है कि इन बाजारों की समीक्षा का काम 22 सितंबर को शुरू किया गया था। अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि रॉन किर्क ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस समीक्षा के बाद इस सूची में शामिल बाजारों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसी तरह की कार्रवाई के चलते पिछले साल सूची में शामिल रहे बाजार इस बार इसमें नहीं हैं।
यूएसटीआर ने कहा कि इस बाजार समीक्षा में प्रत्येक श्रेणी में ऐसे बाजारों को शामिल किया गया है जहां नकली वस्तुओं की बिक्री की जाती है। हालांकि इसमें पूरे विश्व के सभी बदनाम बाजारों शामिल नहीं किया गया है।
इस सूची में शामिल होने का मतलब यह नहीं है कि कानून अवहेलना के प्रमाण मिले हैं। यह अमेरिका के आईपीआर संरक्षण पर विश्लेषण और संबंधित देश के कानून प्रवर्तन के परिदृश्य को प्रतिबिंबित नहीं करता है।
यूएसटीआर ने कहा कि अपने परिसर अथवा नेटवर्क के जरिए नकली सामान और दोयम दर्जे की सेवाएं प्रदान करने वाले कई बाजारों की पहचान की गई है। चीन की वेबसाइट टॉबाओ भी बदनाम बाजारों की सूची में शामिल है। यह वेबसाइट उपभोक्ताओं और कारोबारियों को नकली उत्पाद उपलब्ध कराती है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 21, 2011, 14:23