Last Updated: Wednesday, July 31, 2013, 20:34

नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र में बीमा विधेयक को पारित कराने के इच्छुक वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि वह बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश सीमा बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने पर आम सहमति बनाने के लिए 3 अगस्त को विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि जहां बीमा विधेयक पर चर्चा किए जाने की जरूरत है, इस बीच पेंशन विधेयक को संसद द्वारा पारित किया जा सकता है।
चिदंबरम ने यहां संवाददाताओं को बताया, बीमा विधेयक पर हमारे बीच सहमति बनी है कि हम 3 अगस्त को मिलेंगे। मैं विपक्ष के नेताओं से मिलूंगा और उम्मीद है कि वे इस पर अंतिम विचार देंगे। उम्मीद है कि उनका रख सकारात्मक होगा। उल्लेखनीय है कि बीमा संशोधन विधेयक 2008 से राज्यसभा में लंबित है। विधेयक में बीमा क्षेत्र में एफडीआई सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।
चिदंबरम ने उम्मीद जाहिर की कि चालू वित्त वर्ष के दौरान सोने का कुल आयात 845 टन के पिछले साल के आंकड़े से कम रहेगा। उन्होंने कहा इसके साथ ही हम गैर-तेल और गैर-स्वर्ण आयात, विशेषकर गैर-जरूरी सामान के आयात पर, अंकुश लगाने के बारे में सोच रहे हैं। आयात कम करने के उपायों पर उन्होंने कहा कि अधिकारी कुछ गैर-जरूरी सामानों की सूची तैयार कर रहे हैं ताकि इनके आयात को सीमित किया जा सके। उन्होंने विशेषतौर पर कोयला और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर का जिक्र करते हुये कहा, इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर का राजस्थान और केरल जैसे राज्यों में विनिर्माण किया जा सकता है। राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को पाने के मुद्दे पर वित्त मंत्री ने कहा, राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 4.8 प्रतिशत रखा गया है, यह लाल रेखा है और इसे नहीं लांघा जायेगा। चालू खाते के घाटे पर चिदंबरम ने कहा, अब तक कई कदम उठाये जा चुके हैं और कुछ और कदम उठाये जायेंगे, हमें उम्मीद है कि इस साल भी हम कैड के लिये पूरी तरह धन की व्यवस्था कर लेंगे और हमें विदेशी मुद्रा भंडार से राशि नहीं निकालनी पड़ेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार ने रपये की किसी निश्चित विनिमय दर पर सोच विचार किया है? चिदंबरम ने कहा, हमने ऐसा कोई लक्ष्य नहीं रखा है, लेकिन हम इसमें सटोरिया सौदे नहीं देख सकते, विशेषकर विदेशी बाजारों में इसे रोकना होगा। बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई प्रस्ताव नहीं आने के सवाल पर चिदंबरम ने कहा, बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई इसलिये रका हुआ है कि इसमें नीति को लेकर कुछ प्रासंगिक सवाल उठे हैं और उनका ब्यौरा मांगा गया है। उन्होंने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय इस बारे में स्पष्टीकरण जारी कर रहा है और जल्द ही यह काम पूरा हो जायेगा। मुझे बताया गया है, अगले कुछ दिनों में स्पष्टीकरण जारी होना चाहिये। एक बार यह जारी हो जायेगा तो मेरा मानना है कि बहुब्रांड खुदरा कारोबार के क्षेत्र मे पहला निवेश देश में आ जायेगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 31, 2013, 20:34