Last Updated: Tuesday, April 30, 2013, 21:27

नई दिल्ली : कोयला और कच्चे तेल के उत्पादन में गिरावट से आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मार्च में घटकर 2.9 प्रतिशत पर आ गई है। मार्च, 2012 में यह 3 प्रतिशत रही थी। आज जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मार्च में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में कमी प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट और कोयला तथा कच्चे तेल के उत्पादन की वृद्धि दर घटने की वजह से आई है।
वित्त वर्ष 2012-13 में आठ बुनियादी उद्योगों.. कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, सीमेंट, कोयला, बिजली, इस्पात, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद तथा उर्वरक क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर 2.6 फीसद रही है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 5 प्रतिशत रही थी। कुल औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में इन आठ उद्योगों का भारांश 37.9 प्रतिशत है।
मार्च में प्राकृतिक गैस के उत्पादन में 17.7 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं दूसरी ओर कोयला उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 0.3 फीसद रह गई, जो इससे पिछले साल मार्च में 7.3 प्रतिशत रही थी। वहीं कच्चे तेल के उत्पादन की वृद्धि दर 0.2 फीसद रह गई। मार्च, 2012 में कच्चे तेल का उत्पादन 2.9 फीसद घटा था। समीक्षाधीन महीने में सीमेंट उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 6.6 प्रतिशत रह गई, जो इससे पिछले साल इसी महीने में 7.1 फीसद थी।
हालांकि, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादों की वृद्धि दर इस दौरान बढ़कर 5.6 फीसद पर पहुंच गई, जो पिछले साल मार्च में 1.6 फीसद थी। इसी तरह उर्वरक उत्पादन 3.6 प्रतिशत बढ़ा, जबकि मार्च, 2012 में उर्वरक उत्पादन की वृद्धि दर 1.5 फीसद रही थी। मार्च, 2013 में इस्पात उत्पादन 6.6 प्रतिशत बढ़ा, जो इससे पिछले साल मार्च में 6.2 फीसद बढ़ा था। बिजली उत्पादन की वृद्धि दर बढ़कर 3 फीसद हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 2.8 फीसद थी। फरवरी में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 2.5 फीसद घटा था। इस तरह से 2012-13 में पहली बार बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में गिरावट दर्ज हुई थी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 30, 2013, 21:27