Last Updated: Wednesday, October 3, 2012, 10:07

नई दिल्ली: बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिये वित्तीय संसाधन जुटाने के बारे में सुझाव देने वाली आवास विकास वित्त निगम (एचडीएफसी) के चेयरमैन दीपक पारेख की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति आज अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंप देगी।
उल्लेखनीय है कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान ढांचागत परियोजनाओं के क्षेत्र में 1,000 अरब डालर के करीब निवेश का अनुमान लगाया गया है।
सरकार ने जुलाई में ढांचागत परियोजनाओं के वित्तपोषण के बारे में सुझाव देने के लिये जानेमाने बैंकर दीपक पारेख को एक उच्चस्तरीय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया था। हालांकि, इस समिति का गठन मूलरुप से रिजर्व बेंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर राकेश मोहन की अध्यक्षता में नवंबर 2010 में किया गया था।
एक सूत्र के अनुसार ‘दीपक पारेख समिति आज अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंप देगी।’ समिति को मौजूदा नीतियों की समीक्षा करने और उच्च प्राथमिकता वाले ढांचागत सुविधाओं के क्षेत्र में निवेश ढांचे में जरुरी बदलाव के बारे में सुझाव देने को कहा गया था।
समिति को बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बिजली, सड़क एवं पुल, दूरसंचार, रेलवे, सिंचाई, जलापूर्ति एवं साफ सफाई, बंदरगाह, हवाईअड्डे, भंडारण और तेल एवं गैस पाइपलाइन क्षेत्र में वित्तीय जरुरतों के बारे में आकलन करने को कहा गया था।
समिति के अन्य सदस्यों में आर्थिक मामले विभाग में पूर्व सचिव आर. गोपालन, वित्तीय सेवा विभाग में सचिव डीके मित्तल, इरडा अध्यक्ष जे हरि नारायण, पीएफआरडीए अध्यक्ष योगेश अग्रवाल, रिजर्व बैंक डिप्टी गवर्नर सुबीर गोकर्ण, स्टेट बैंक चेयरमैन प्रतीप चौधरी और एलआईसी के चेयरमैन डीके मेहरोत्रा शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 3, 2012, 10:07