Last Updated: Sunday, June 30, 2013, 15:30
नई दिल्ली : आदित्य बिड़ला समूह, टाटा कैपिटल, रेलिगेयर, रिलायंस कैपिटल सहित करीब तीन दर्जन कंपनियां नए बैंक लाइसेंस हासिल करने की दौड़ में हैं। बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख कल यानी 1 जुलाई है।
जिन कंपनियों के निदेशक मंडलों ने बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन करने की मंजूरी दी है उनमें देश के सबसे पुराने वित्तीय संस्थान आईएफसीआई, आईडीएफसी, इंडिया इन्फोलाइन, वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज, श्रेई इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस और डाक विभाग शामिल हैं।
बजाज फिनसर्व की सहायक इकाई बजाज फाइनेंस ने पहले ही बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि 5 सूक्ष्म वित्त संस्थान भी बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन करने जा रहे हैं। ऐसे में 1 जुलाई को बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों की सूची तीन दर्जन के आंकड़े को पार कर सकती है। हालांकि, महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह की इकाई महिंद्रा फाइनेंस ने गैर लाभदायक तथा अस्पष्ट नियमों का हवाला देते हुए बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं करने का फैसला किया है।
सालाना खाताबंदी की वजह से रिजर्व बैंक में 1 जुलाई को कामकाज नहीं होगा। लेकिन केंद्रीय बैंक ने कंपनियों के बैंक लाइसेंस के आवेदन प्राप्त करने की विशेष व्यवस्था की है। इच्छुक आवेदक शाम 5:45 बजे तक केंद्रीय कार्यालय के बैंकिंग परिचालन एवं विकास विभाग के मुख्य महाप्रबंधक (इंचार्ज) के पास अपने आवेदन जमा करा सकते हैं। रिजर्व बैंक ने कहा कि इसके बाद मिले आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा। रिजर्व बैंक ने इस साल 22 फरवरी को नए बैंक लाइसेंसों के लिए अंतिम दिशानिर्देश जारी किए थे। उन पर स्पष्टीकरण 21 जून को जारी किए गए।
रिजर्व बैंक ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि बैंक लाइसेंस हासिल करने वाली इकाइयों को शाखाएं खोलने के लिए 18 माह का समय दिया जाएगा। पहले 12 माह का समय देने का प्रस्ताव था। इसके अलावा प्रवर्तकों को निर्धारित समय में गैर परिचालन वाली वित्तीय होल्डिंग कंपनी (एनओएफएचसी) में स्थानांतरित करनी होगी। देश में इस समय 26 सरकारी बैंक, 22 निजी क्षेत्र के बैंक और 56 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक काम कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 30, 2013, 15:30