Last Updated: Thursday, August 23, 2012, 20:43

नई दिल्ली : बैंक हड़ताल के दूसरे दिन गुरुवार को बैंक ग्राहकों को एटीएम का सहारा भी नहीं मिल सका। ज्यादातर एटीएम में नकदी समाप्त हो गई। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और कुछ पुराने निजी बैंकों में हड़ताल के चलते करोड़ो रुपए के कारोबार का नुकसान होने का अनुमान है।
बैंकिंग क्षेत्र में अधिग्रहण एवं निजीकरण को बढ़ावा देने की सरकार की पहल और ठेके पर बाहर से काम कराने के प्रबंधन के प्रयासों के खिलाफ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ पुरानी पीढ़ी के निजी और विदेशी बैंकों के कर्मचारियों ने दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया। गुरुवार को हड़ताल का दूसरा दिन था।
निजी क्षेत्र में नई पीढ़ी के एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में हालांकि, दोनों दिन सामान्य कामकाज हुआ लेकिन हड़ताल की वजह से चेक क्लियरिंग और फंड ट्रांसफर नहीं होने के कारण परेशानी हुई। बैंकिंग सूत्रों के अनुसार दो दिन की हड़ताल के चलते करीब 50,000 से 60,000 करोड़ रुपए के कारोबार का नुकसान हुआ है।
सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों की नौ यूनियनों के संयुक्त मंच ‘यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस :यूएफबीयू: के बैनर तले आयोजित इस हड़ताल में करीब दस लाख बैंक कर्मचारियों ने भाग लिया। हड़ताल से नकदी लेनदेन, कोष हस्तांतरण, चेक क्लियरिंग, विदेशी मुद्रा लेनदेन प्रभावित रहे।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के महासचिव सी.एच. वेंकटचलम ने कहा, ‘हड़ताल पूरी तरह सफल रही, सभी कर्मचारी धरने, प्रदर्शन में शामिल हुए। सरकार को आगे बढ़कर हमारे साथ बातचीत करनी चाहिये। कर्मचारी संघ जल्द ही बैठक कर आगे की रणनीति बनाएंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 23, 2012, 20:43