Last Updated: Thursday, December 20, 2012, 13:11
नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के चार बैंकों के कर्मचारियों का एक वर्ग बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक के विरोध में आज हड़ताल पर चला गया जिससे कुछ बैंकों में सामान्य बैंकिंग कामकाज आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है।
आल इंडिया बैंक एंप्लाईज एसोसिएशन (एआईबीईए), बैंक एंप्लाईज फेडरेशन आफ इंडिया (बीईएफआई), आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) और नेशनल यूनियन आफ बैंक एंप्लाईज (एनयूबीई) से चार बैंक यूनियनों के कर्मचारी हड़ताल में भाग ले रहे हैं। उन बैंकों में परिचालन अधिक प्रभावित हुआ है जहां इन यूनियनों की मजबूत उपस्थिति है। बैंकों को वायदा कारोबार करने की अनुमति देने संबंधी विवादास्पद प्रावधानों को सरकार द्वारा हटाने के बाद कल बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक लोकसभा में पारित हो गया। विधेयक को आज राज्यसभा में पेश किए जाने की संभावना है।
इस विधेयक से बैंकिंग क्षेत्र में विदेशी निवेश के लिए और नए निजी बैंकों की स्थापना का रास्ता साफ हो जाएगा। विधेयक में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में निजी निवेशकों के मताधिकार की सीमा मौजूदा एक प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने का प्रावधान है जिसका बैंक यूनियनें भारी विरोध कर रही हैं।
एआईबीईए के महासचिव सी.एच. वेंकटचलम ने कहा कि बैंकिंग कानून में संशोधन से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का हित प्रभावित होगा। इसके अलावा, हड़ताल कर रही यूनियनें बैंकों के विलय की योजनाओं और इस क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने के भी खिलाफ हैं। यूनियनों का दावा है कि विभिन्न सरकारी बैंकों के करीब सात लाख कर्मचारी हड़ताल में भाग ले रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 20, 2012, 13:11