Last Updated: Thursday, March 15, 2012, 09:50
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा है कि बैंको की नकदी की स्थिति में सुधार हुआ है और भविष्य में इसमें और सुधार देखने को मिलेगा। केंद्रीय बैंक की आज जारी मध्य तिमाही की मौद्रिक नीति की समीक्षा में कहा है कि सालाना आधार पर मुद्रा आपूर्ति की वृद्धि दर और गैर खाद्य रिण की वृद्धि दर में कमी आई है, जो अर्थव्यवस्था की रफ्तार में कमी की ओर इशारा करते हैं।
रिजर्व बैंक ने कहा है कि तरलता (नकदी) की स्थिति सुधारने के लिए नवंबर, 2011 से 9 मार्च, 2012 तक मुक्त बाजार परिचालन (ओएमओ) के जरिये ज्यादा टिकाउ प्रकृति की तरलता तंत्र में डालने के लिए कदम उठाए गए हैं। इसके साथ ही नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कटौती कर बैंकों को अधिक नकदी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई।
केंद्रीय बैंक ने पिछले लगभग डेढ़ माह में सीआरआर में 1.25 फीसदी की कटौती की गई। 28 जनवरी को सीआरआर में 0.50 फीसद की कटौती की गई। उसके बाद इसी माह सीआरआर में 0.75 प्रतिशत की कटौती की गई है जो 10 मार्च से लागू हुई है। इस तरह सीआरआर में कटौती के जरिये बैंकिंग तंत्र को 80,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध कराई गई है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 15, 2012, 15:20