Last Updated: Monday, May 28, 2012, 18:47
नई दिल्ली : एयर इंडिया के निदेशक मंडल ने आज अमेरिकी विमान विनिर्माता बोइंग से डिलिवरी में देरी के लिए 70 करोड़ डॉलर के मुआवजे के दावे के मुद्दे पर विचार विमर्श किया। एयर इंडिया को नई पीढ़ी के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की डिलिवरी जल्द मिलने की संभावना है।
सूत्रों ने बताया कि बोर्ड की बैठक में मुआवजे के पूरे मसले, कितनी मुआवजा राशि का दावा किया जाए और किस तरह इसे सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा जाए, पर व्यापक विचार विमर्श हुआ।
हालांकि, सूत्रों ने यह नहीं बताया कि बोइंग से कितने मुआवजे का दावा किया जाएगा। उनका कहना था कि वार्ता में गोपनीयता की वजह से इसका खुलासा नहीं किया जा सकता।
एयर इंडिया ने बोइंग को 27 ड्रीमलाइनर विमानों का आर्डर दिया है। इनमें से पहले विमान की डिलिवरी जल्द मिलने की उम्मीद है। बताया जाता है कि एयर इंडिया के पायलटों का एक दल जल्द बोइंग के मुख्यालय अमेरिका के सिएटल जाएगा और वहां से विमान को यहां लाएगा।
राष्ट्रीय एयरलाइन ने 2005 में 27 बी-787 और 41 बी-777 विमानों का आर्डर दिया था। अमेरिकी कंपनी को इनकी आपूर्ति सितंबर, 2008 से शुरू करनी थी। बोइंग में श्रम समस्या सहित कई कारणों से ड्रीमलाइनर की डिलिवरी में विलंब हुआ।
सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल के मुद्दे पर बोर्ड की बैठक में संक्षिप्त चर्चा हुई। पायलटों की हड़ताल का आज 21वां दिन है। सूत्रों ने कहा कि एयर इंडिाया कर्मियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) का मुद्दा एजेंडा में नहीं था। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 28, 2012, 18:47