Last Updated: Saturday, April 7, 2012, 11:37
मुंबई : देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने कहा कि वह रिजर्व बैंक की सालाना मौद्रिक नीति घोषित होने के बाद ही कर्ज पर ब्याज दर घटाने के बारे में विचार करेगा। रिजर्व बैंक 17 अप्रैल को वाषिर्क मौद्रिक नीति पेश करने वाला है।
स्टेट बैंक के प्रबंध निदेशक तथा समूह के कार्यकारी ए. कृष्ण कुमार ने कहा, ‘निश्चित तौर पर हम आने वाले समय में ब्याज दरों में कटौती पर विचार करेंगे लेकिन यह रिजर्व बैंक द्वारा नकद आरक्षित अनुपात :सीआरआर: में कटौती पर निर्भर करेगा।’
यहां छठी अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग एंड फाइनेंस कांफ्रेन्स में उन्होंने कहा, ‘मुझे सीआरआर में कटौती की उम्मीद है लेकिन रेपो दर के बारे में हम आशान्वित नहीं हैं।’ सीआरआर के तहत बैंकों को जमा का एक निश्चित प्रतिशत रिजर्व बैंक के पास नकदी के रूप में रखना पड़ता है। फिलहाल सीआरआर 4.75 प्रतिशत है।
इससे पहले, स्टेट बैंक चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा था कि रिजर्व बैंक सालाना मौद्रिक नीति में सीआरआर में 0.75 प्रतिशत तक कटौती कर सकता है लेकिन अल्पकालिक नीतिगत ब्याज दरें मौजूदा स्तर 8.5 प्रतिशत पर बरकरार रख सकता है।
ए कृष्ण कुमार ने कहा, ‘हम पहले ही शिक्षा रिण पर ब्याज दर घटा चुके हैं और हम जल्दी ही एसएमई क्षेत्र में ब्याज दर घटाएंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 7, 2012, 17:07