'ब्रिटेन की नीति से टाटा निराश' - Zee News हिंदी

'ब्रिटेन की नीति से टाटा निराश'



लंदन : बिट्रेन की आर्थिक नीतियों पर रतन टाटा समेत कई बड़े उद्योगपतियों की निराशा का उल्लेख करते हुए देश के व्यापार मंत्री विंस केबल ने प्रधानमंत्री डेविड कैमरान को पत्र लिख कर आर्थिक नीति निर्माण में सामंजस्य की कमी दूर करने की जरूरत पर बल दिया है।

 

उन्होंने कहा है कि नीतिगत सुधारों को केवल सरकारी खर्चों में कमी तक सीमित न रखा जाए। औपचारिक पत्र में केबल ने गठबंधन सरकार की औद्योगिक एवं आर्थिक नीतियों की मुख्य कमियों का जिक्र किया है। इस पत्र को एक असाधारण घटनाक्रम माना जा रहा है।
उन्होंने आठ फरवरी को लिखे एक पत्र में कहा, पिछले सप्ताह रतन टाटा और सायरस मिस्त्री के साथ हुई एक लंबी बातचीत में कंपनी की ओर हमें जो संदेश मिले उनमें एक संदेश यह भी था कि हम उल्टी दिशा में जा रहे हैं और इस दिशा में बहुत आगे निकल गए हैं। यह पत्र किसी ने जग जाहिर करने के लिए बीबीसी को थमा दिया है।

 

केबल ने इसमें लिखा है मुझे लगता है कि इसमें अभी कुछ महत्वपूर्ण चीज छूट रही है मसल यह देश राजकोषीय गड़बड़ी दूर करने के अलावा किस दिशा में बढ रहा है, स्पष्ट और विश्वासपूर्ण तरीके से यह भी नहीं कहा जा सकता कि भविष्य में हमारी रोजी रोटी कैसे चलेगी। अपने पांच पन्ने के पत्र में रतन टाटा और ईडीएफ एनर्जी के मुख्य कार्याधिकारी विंसेंट डी रिवाज का जिक्र करते हुए केबल ने आपूर्ति श्रृंखला के बारे में दीर्घकालिक सोच तथा उसमें सार्वजनिक खरीद के फैसलों की भूमिका पर दीर्घकालिक और रणनीतिक सोच अपनाने की बात कही है।

 

उन्होंने कहा कि एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा) और जीव विज्ञान के बोर में सकारात्मक सोच जरूर है लेकिन सरकार के हर विभाग में सामंजस्य पूर्ण सोच का अभाव है। रतन टाटा और विंसेंट डी रिवाज समेत कई अन्य ने इस क्षेत्र में सामंजस्य पूर्ण विचार न होने के प्रति निराश व्यक्त की है।  (एजेंसी)

First Published: Wednesday, March 7, 2012, 21:16

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