भारत की धरती पर उतरा एयर इंडिया का पहला ड्रीमलाइनर

भारत की धरती पर उतरा एयर इंडिया का पहला ड्रीमलाइनर

भारत की धरती पर उतरा एयर इंडिया का पहला ड्रीमलाइनरनई दिल्ली : एयर इंडिया को पहला ड्रीमलाइनर विमान मिल गया। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शनिवार शाम यहां अत्याधुनिक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान उतरा। इसके साथ ही संकटग्रस्त इस विमानन कंपनी का अपने बेड़े में अत्याधुनिक ड्रीमलाइनर शामिल करने का चार साल लंबा इंतजार समाप्त हुआ।

एयर इंडिया के लाल और पीले रंग में रंगा यह विमान शनिवार शाम 5 बजकर 05 मिनट पर आईजीआई हवाई अड्डे पर पहुंचा। जैसे ही यह मुख्य रनवे से मुड़ा इसका पानी की बौछार से स्वागत किया गया। विमान पार्किंग में आने के बाद एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रोहित नंदन और नागर विमानन मंत्रालय व विमानन कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में विमान के स्वागत में धार्मिक अनुष्ठान किया गया। इस विमान के कमांडर कैप्टन ए.एस. सोमन ने कहा कि ड्रीमलाइनर को अमेरिका के साउथ कैरोलिना स्थित बोइंग की चार्ल्सटन फैक्ट्री से दिल्ली आने में 15 घंटे लगे। इसके अलावा फ्रैंकफर्ट में ईंधन भरने के लिए विमान 90 मिनट रुका।

उन्होंने बताया, ‘यह बेहद सहज उड़ान थी। इसका केबिन बहुत शांत है और पायलटों को थकान बहुत कम होती है। यह पायलट और यात्री दोनों के लिए अनुकूल विमान है।’ एयर इंडिया ने छह साल पहले 27 ड्रीमलाइनर के लिए आर्डर दिया था। कंपनी अगले कुछ हफ्तों में और ड्रीमलाइनर विमान प्राप्त कर सकती है। अगले साल मार्च तक आठ विमान भारत पहुंचेंगे जिनमें दिसंबर तक पांच विमान पहुंच जाएंगे। विमान एयर इंडिया के वैश्विक परिचालन का मुख्य अंग होगा इससे विमानन कंपनी की कायाकल्प योजना में भी मदद मिलेगी।

एयर इंडिया के लिए तैयार इस विमान में 256 सीटें होंगी जिनमें 18 बिजनेस श्रेणी और 238 इकॉनामी श्रेणी की सीटें होंगी। इसमें कई नवीन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है। केबिन के भीतर मूड लाइटिंग और उड़ान के दौरान मनोरंजन के लिए बड़े एलसीडी स्क्रीन भी हैं। अगले दो महीने एयर इंडिया इस विमान का उपयेाग दिल्ली-दुबई, दिल्ली-कोलकाता, दिल्ली-बेंगलुरु और दिल्ली-अमृतसर जैसे चुनिंदा मार्गों में करेगी। ताकि ज्यादा से ज्यादा उड़ानों (लैंडिंग और टेक ऑफ) का अभ्यास किया जा सके। अब तक कुल 65 पायलटों को इस विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण दिया गया है।

मध्यम आकार के इस विमान के चार अलग-अलग रूप हैं। इसमें बिना रुके 15,000 किलोमीटर तक की लंबी दूरी तक उड़ान की क्षमता है। दिसंबर तक एयर इंडिया इन विमानों को जापान, पश्चिम एशिया और कई पुराने यूरोपीय गंतव्यों के अलावा मेलबर्न और सिडनी जैसी लंबी दूरी वाले गंतव्यों में भी भेजेगा। विमान का विनिर्माण करने वाली कंपनी बोइंग के एक शीर्ष अधिकारी ने हाल में इसे एयर इंडिया की पुनरुद्धार योजना के लिए बुनियादी रूप से सही विमान करार दिया।
यह विमान कार्बन कंपोजिट तत्वों से बना है जिसका वजन अपेक्षाकृत कम है और माना जाता है कि इसमें ईंधन की भी कम खपत होती है। बोइंग का दावा है कि इसी आकार के बी-767 के मुकाबले ड्रीमलाइनर 20 फीसद कम ईंधन की खपत करेगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, September 8, 2012, 22:48

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