Last Updated: Wednesday, April 11, 2012, 10:18
नई दिल्ली : एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने वर्ष 2012-13 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान लगाते हुए कहा है कि मजबूत आर्थिक निष्पादन इस बात पर निर्भर करता है कि देश सुधारों के एजेंडे को किस मजबूती से आगे बढ़ाता है और निवेश में आड़े आ रहे मुद्दों को कैसे सुलझाया जाता है।
बैंक ने अपने सालाना प्रकाशन एशियाई विकास परिदृश्य (एडीओ) में यह निष्कर्ष निकाला है। इसमें कहा गया है कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि वित्त वर्ष 2012-13 में 7 प्रतिशत तथा वित्त वर्ष 2013-14 में 7.5 प्रतिशत रहनी चाहिए जो 2011-12 में घटकर 6.9 प्रतिशत रह गई थी जबकि इससे पहले साल में यह 8.4 प्रतिशत थी। उल्लेखनीय है कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है जबकि भारतीय रिजर्व बैंक का अनुमान अगले सप्ताह आएगा।
एडीबी के मुख्य अर्थशास्त्री छांगयोंग री ने कहा, 'लगातार ऊंची मुद्रास्फीति तथा नीतिगत दरों में वृद्धि के बाद मौद्रिक नीति में संभावित नरमी से आने वाले वर्षों में निवेश बढ़ाने में मदद मिल सकती है, लेकिन जमीन खरीद तथा पर्यावरणीय नियम संबंधी बाधाओं को दूर किए जाने तक इसका असर सीमित रहने की संभावना है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 11, 2012, 15:48