Last Updated: Thursday, May 31, 2012, 17:53
नई दिल्ली : ईरान से तेल आयात कम करने के अमेरिकी दबाव की पृष्ठभूमि में भारत ने गुरुवार को कहा कि एकपक्षीय पाबंदियों से ईरान के साथ भारत के वैध व्यापारिक रिश्तों पर असर नहीं पड़ना चाहिए। भारत यात्रा पर आए ईरान के विदेश मंत्री अली अकबर सालेही से बातचीत के बाद विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने स्पष्ट किया कि भारत की बढ़ती घरेलू मांग को देखते हुए ईरान तेल का महत्वपूर्ण स्रोत बना हुआ है।
ईरान पर अमेरिकी पाबंदियों और व्यापार पर उसके असर के बारे में पूछे जाने पर कृष्णा ने कहा कि भारत ने ईरान के मुद्दे पर हमेशा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पालन किया है। उन्होंने कहा कि जहां तक अन्य पाबंदियों की बात है, जिन पर एकपक्षीय या क्षेत्रीय फैसला होता है, हमें इस तरह के कदमों की जानकारी है। वैश्विक दुनिया में इस तरह की कार्रवाइयों का असर बाजारों पर हो सकता है। सालेही ने इस बात पर जोर दिया कि उर्जा सुरक्षा के मामलों पर ईरान भारत का विश्वस्त सहयोगी रहा है और बना रहेगा।
उन्होंने भारत से उन उर्जा संसाधनों पर विचार करने का भी अनुरोध किया जो विश्वसनीय हैं। कृष्णा ने कहा कि ईरान भारत के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ोसी और अहम व्यापारिक साझेदार है। वह हमारी उर्जा आपूर्तियों का बड़ा स्रोत भी है।
कृष्णा ने कहा कि भारत और ईरान मध्य एशिया तथा खाड़ी क्षेत्र की स्थिरता में रुचि रखते हैं। उन्होंने बताया कि सलेही के साथ आतंकवाद तथा उग्रवाद की समस्याओं पर भी उनकी बातचीत हुई। सालेही ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के विशेष दूत के तौर पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अगस्त में तेहरान में होने वाल गुट निरपेक्ष आंदोलन (नैम) की शिखर वार्ता का न्योता देने भारत आये हैं।
वह कल प्रधानमंत्री सिंह से मुलाकात करेंगे। कृष्णा ने कहा कि भारत ने हमेशा कहा है कि परमाणु मुद्दे को शांतिपूर्ण कूटनीति से सुलझाया जाना चाहिए और आईएईए की रूपरेखा इस मुद्दे के तकनीकी पहलुओं पर ध्यान देने का सर्वश्रेष्ठ मंच प्रदान करती है।
नैम की अहमियत पर सलेही ने इस बात पर जोर दिया कि विकसित देशों को न्याय, निष्पक्षता और वैश्विक मामलों के प्रबंधन की समान साझेदारी पर आवाज उठाने की जरूरत है। ईरान पर फरवरी में यहां एक इस्राइली राजनयिक पर हमले के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर सलेही ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि ईरान को इन आरोपों पर परेशान होने की जरूरत नहीं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 31, 2012, 17:53