भारत के साख परिदृश्य को मूडीज ने रखा स्थिर

भारत के साख परिदृश्य को मूडीज ने रखा स्थिर

भारत के साख परिदृश्य को मूडीज ने रखा स्थिरनई दिल्ली : सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में गिरावट के बावजूद वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत के साख परिदृश्य को स्थिर स्तर पर कायम रखा है।

मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने एक बयान में कहा, भारत के साख परिदृश्य को स्थिर पर कायम रखा जा रहा है। साख से संबंधित तमाम चुनौतियां मसलन कमजोर वित्तीय राजकोषीय प्रदर्शन, महंगाई तथा अनिश्चित निवेश नीति वातावरण आदि भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष दशकों से हैं और इन्हें पहले ही मौजूदा बीएए-3 रेटिंग में शामिल किया जा चुका है।

इसके साथ ही मूडीज ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को हाल में जिन नकारात्मक परिस्थितियों मसलन वृद्धि दर में गिरावट, निवेश की रफ्तार में कमी तथा खराब कारोबारी धारणा आदि भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थायी यहां तक कि मध्यावधि में भी बनी नहीं रहेंगी।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले दो प्रमुख एजेंसियों स्टैंडर्ड एंड पूअर्स तथा फिच ने भारत की साख परिदृश्य को नकारात्मक कर दिया है। रुपये में हाल में आई तेज गिरावट के बारे में मूडीज ने कहा है कि इससे सरकार के ऋण निपटान का बोझ बहुत ज्यादा नहीं बढ़ा है।

सरकार का विदेशी मुद्रा ऋण उसके कुल कर्ज का सिर्फ 5.3 प्रतिशत है और यह जीडीपी के 3.8 प्रतिशत के बराबर है।
मूडीज ने कहा है कि रुपये में गिरावट से सरकार पर ऋण की अदायगी का बोझ बहुत अधिक नहीं बढ़ेगा, खासकर यह देखते हुए कि सरकार का ज्यादातर विदेशी ऋण बहुपक्षीय और द्विपक्षीय ऋणदाताओं से लिया गया है, जिस पर सालाना भुगतान काफी कम बैठता है। (एजेंसी)

First Published: Monday, June 25, 2012, 12:47

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