Last Updated: Thursday, March 22, 2012, 08:12
मुंबई: विश्व बैंक, भारत में गरीबी घटने के बावजूद गरीबी निवारण कार्यक्रमों के लिए सहायता में अभी कमी नहीं करेगा। भारत में विश्वबैंक के प्रमुख एन राबटरे जाघा ने समारोह में कहा कि विश्व बैंक का अपनी प्रतिबद्धताओं के प्रति दीर्घकालिक नजरिया होता है और सोमवार को जारी गरीबी के आंकड़े का इस प्रतिबद्धता पर कोई असर नहीं होगा।
जाघा ने हालांकि कहा कि विश्व बैंक अपनी योजना बनाते समय भारत के आधिकारिक आंकड़ों का उपयोग करेगा। विश्व बैंक की वेबसाईट के मुताबिक वाशिंगटन स्थित एंजेंसी की 2009 से 2012 के दौरान देश में परियोजनाओं के लिए 14 अरब डालर का रिण देने की योजना है।
योजना आयोग के आंकड़े के मुताबिक भारत की आबादी में गरीबी की रेखा से नीचे रह रहे लोगों का अनुपात 2009-10 में घटकर 29.8 फीसद रह गया जो 2004 में 37.2 फीसद था।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 22, 2012, 15:17