Last Updated: Thursday, July 11, 2013, 14:36
न्यूयार्क : केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि भारत दुनिया का विनिर्माण केंद्र बनने के लिए तैयार है। उन्होंने अमेरिका के उद्योगपतियों से यह भी कहा कि वे भारत को दीर्घकालिक व्यवसाय एवं निवेश के अवसर के रूप में देखें।
शर्मा ने ये बातें भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) की ओर से बुधवार को आयोजित परिचर्चा में कहीं। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा विनिर्मण क्षेत्र को मजबूती देने और देश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए उचित वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से शुरू की गई नीतियों का भी जिक्र किया।
सीआईआई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि देश में व्यवसाय व निवेश को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि देशभर में राष्ट्रीय निवेश एवं विनिर्माण क्षेत्र (एनआईएमजेड) स्थापित किए जा रहे हैं और निवेश के लिए एक ही जगह से मंजूरी मिलने की व्यवस्था की गई है।
शर्मा ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों से संबंधित परियोजनाओं को जल्द पूरा करने, निवेश प्रस्ताव के लिए कागजी कार्यो को कम करते हुए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल, भूमि से जुड़े मुद्दों के हल तथा प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडलीय समिति की स्थापना की कोशिशों का भी जिक्र किया। उन्होंने माना कि हालांकि वर्ष 2012 भारत के लिए आर्थिक रूप से मुश्किलभरा रहा है, लेकिन यह भी कहा कि बेहतर घरेलू मांग, उच्च स्तरीय राष्ट्रीय निवेश दर (35 प्रतिशत) तथा उच्च स्तरीय बचत दर (31 प्रतिशत) जैसे कारक देश की अर्थव्यवस्था को निरंतर विकास की ओर ले जाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 11, 2013, 14:36