Last Updated: Friday, April 19, 2013, 11:33

वाशिंगटन: वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भारत की ओर से निवेश पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात को खारिज़ करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के दरवाज़े क्रमिक तरीके से अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए खुल रहे हैं।
चिदंबरम ने एक लोकप्रिय कार्यक्रम चार्ली रोज़ शो में एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि मुझे लगता है कि सही नज़रिए से देखने का तरीका यह है कि हम प्रतिबंध नहीं लगा रहे हैं। हम धीरे धीरे अपनी अर्थव्यवस्था खोल रहे हैं। हम 1991 में कहां थे और अब 2013 में हम कहां हैं? इन 22 साल के अंतराल में हमने भारत की लगभग 90 प्रतिशत अर्थव्यवस्था खोल दी है।
उन्होंने कहा कि अब भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जो अंतराष्ट्रीय बाज़ार के लिए बंद हैं या प्रतिबंधित हैं। उन्हें भी खोल दिया जाएगा लेकिन जिन क्षेत्रों को खोला जा रहा है वे काफी बड़े हैं। वे सभी क्षेत्र विनिर्माण से संबंधित हैं। इस्पात, बिजली, सड़कें, हवाईअड्डे और बंदरगाहें - ये सभी क्षेत्र खुले हुए हैं। इन क्षेत्रों में निवेशकों के लिए काफी अवसर हैं। 1991 के बाद से उदारीकरण के 22 साल में 90 प्रतिशत अर्थव्यस्था को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार के लिए खोल दिए जाने का जिक्र करते हुए चिदंबरम ने कहा कि यदि भारत लगातार सात वषरें तक आठ प्रतिशत की दर से विकास करता है तो वह ‘बहुत बड़ी अर्थव्यवस्था’ बन सकता है। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 19, 2013, 11:33