भारत ने काले धन पर अपनी कमजोरियां दूर कीं: FATF

भारत ने काले धन पर अपनी कमजोरियां दूर कीं: FATF

भारत ने काले धन पर अपनी कमजोरियां दूर कीं: FATFनई दिल्ली : मनी लांडरिंग और आतंकियों के लिए धन के प्रावह की रोकथाम के लिए भारत के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए वैश्विक निकाय फिनांशल ऐक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने आज कहा कि देश की सरकार ने इस मामले में अपने नियम कायदों की कमजोरी काफी हद तक दूर कर ली है और अब करीब करीब वैश्विक मानकों के अनुसार चल रही है। एफएटीएफ विश्वस्तर पर सरकारों द्वारा स्थापित संस्था है। यह देशों के लिए मनी लांडरिंग और आतंकी संगठनों को धन के अंतरण के लिए बैंकिंग प्रणालियों के इस्तेमाल से रोकने के तौर तरीकों के मानक का निर्धारण और इससे जुड़ी नीतियों का विकास और प्रोत्साहन करती है।

भारतीय नियामकीय प्रावधानों में उल्लेखनीय सुधार को देखते हुए अब एफएटीएफ ने भारत को ऐसे देशों की सूची से निकाने का निर्णय जिन पर वह बराबर निगरानी रखता है कि वे मनी लांडरिंग और आतंकी वित्तपोषण से जुड़े मानक नियम प्रक्रिया और नीतियों का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं।

एफएटीएफ के इस निर्णय से भारत को काले धन और अवैध कमाई के प्रवाह के खिलाफ कार्रवाई में अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से और अधिक सहायता मिलने की उम्मीद है। एफएटीएफ ने भारत पर अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा, हम ऐसा मानते हैं कि भारत ने अपने आपसी आकलन रिपोर्ट (जून 2010) में चिह्नित कमियों पर ध्यान दिया है और इसलिए हमने उसे निगरानी प्रक्रिया से हटाने का फैसला किया है। एफएटीएफ ने कहा, आपसी आकलन रपट के प्रकाशन के बाद से अब तक भारत मनी लांडरिंग और आतंकी वित्तपोषण रोधी प्रणाली को मजबूत करने के लिए अपनी कार्ययोजना पर अमल से जुड़ी प्रगति के बारे में नियमित सूचना दी है।

संस्था ने कहा, भारत ने इस कार्ययोजना के कार्यान्वयन के संबंध में उल्लेखनीय प्रगति की है। भारत ने पिछले तीन साल में जो सुधार किए उससे मनी लांडरिंग के अपराधीकरण और आतंकी वित्तपोषण के संबंध में चिह्नित तकनीकी खामियों को दूर कर लिया गया है और जब्ती की कार्रवाई आदि के कारगर प्रावधान किए गए हैं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, June 26, 2013, 14:15

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