Last Updated: Tuesday, December 6, 2011, 10:42
नई दिल्ली : भारत और नेपाल ने प्रस्तावित 100 करोड़ रुपये का पाइपलाइन परियोजना में हुई प्रगति की मंगलवार को समीक्षा की। यह परियोजना बिहार के रक्सौल से पड़ोसी देश के आमलेखगंज में पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति के लिए है। वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर तथा उनके नेपाली समकक्ष पुरुषोत्तम ओझा के बीच बातचीत में इस मामले की समीक्षा की गई।
ओझा ने संवाददाताओं से कहा, फिलहाल हम इंडियन ऑयल कारपोरेशन के रक्सौल स्थित डिपो से पेट्रोलियम उत्पाद प्राप्त कर रहे हैं। इसका परिवहन ट्रकों द्वारा किया जाता है। इसीलिए हमने आमलेखगंज को रक्सौल से जोड़ने की योजना बनाई है क्योंकि इससे लागत बचेगी। इससे काफी फायदा है।
उन्होंने कहा कि परियोजना का प्रस्ताव 2009 में किया गया था। उस समय इस पर 84 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान लगाया गया था। हालांकि अब इस पर 100 करोड़ रुपये का व्यय होने का अनुमान है।
द्विपक्षीय कारोबार के लिए परियोजना महत्वपूर्ण है, लेकिन यह अभी स्पष्ट नहीं है कि इसके लिये संसाधन कहां से जुटाये जा रहे हैं। खुल्लर ने कहा, हम इस पर विचार करेंगे, हमें कोष के रास्ते तलाशने होंगे, चीजें एक बैठक में नहीं सुलझेंगी, हमें कुछ समय दीजिए।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 6, 2011, 18:37