Last Updated: Monday, September 24, 2012, 13:12

नई दिल्ली: सरकार द्वारा विदहोल्डिंग कर की दर को 20 से घटाकर 5 फीसद किए जाने से मध्यम अवधि में देश में एक साल में 2 अरब डालर की अतिरिक्त पूंजी का प्रवाह आएगा। एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
बार्कलेज कैपिटल की रिपोर्ट के अनुसार सरकार द्वारा विदेशी उधारी पर विदहोल्डिंग कर में कटौती से देश में 2 अरब डालर का पूंजी प्रवाह बढ़ सकता है।
इसमें कहा गया है कि इस तरह की पहल का सबसे बड़ा और तत्कालिक असर भारत के प्रति निवेशकों की धारणा में सुधार के रूप में पड़ेगा। इससे यह संकेत गया है कि सरकार निवेशकों की धारणा सुधारने के लिए सकारात्मक कदम उठाने को प्रतिबद्ध है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के सुधारों को आगे बढ़ाते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पिछले सप्ताह विदेशी उधारी पर विदहोल्डिंग कर की दर को 20 से घटाकर 5 फीसद करने की घोषणा की थी। इसके अलावा अधिक निवेश को आकर्षित करने के लिए राजीव गांधी इक्विटी योजना को भी मंजूरी दी गई थी।
बार्कलेज ने कहा है कि राजनीतिक गतिरोध जारी है, लेकिन हाल के घटनाक्रमों से यह स्पष्ट हो गया है कि समाजवादी पार्टी के समर्थन की वजह से निकट भविष्य में सरकार को कोई खतरा नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात की संभावना नहीं है कि सरकार हाल में किए गए इन उपायों को पूरी तरह वापस लेगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 24, 2012, 13:12