Last Updated: Thursday, May 23, 2013, 12:19

नगोया (जापान) : कार कंपनी टोयोटा मोटर कारपोरेशन भारत में अग्रणी स्थिति हासिल करने के लिए और छोटी कारें पेश करने पर विचार कर रही है। साथ ही वह कांपैक्ट एसयूवी जैसे तेजी से बढ़ते बाजारों में भी कदम रखने की सोच रही है।
हालांकि, कंपनी ने कहा कि वाहन उद्योग के संबंध में भारत सरकार की स्पष्ट नीति के अभाव में वह देश में एक नया डीजल इंजन संयंत्र लगाने या और हाइब्रिड कारें पेश करने से पहले इंतजार करो और देखो की रणनीति अपना रही है।
टोयोटा मोटर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक सतोशी ओगिसो ने बताया, ‘अगर आप भारत में हमारे पोर्टफोलियो पर नजर डालें तो पाएंगे कि हमारे पास महज एक छोटी कार लिवा है। हमें भारत जैसे तेजी से बढ़ते बाजार में बिक्री बढ़ाने के लिए और कारों की जरूरत है।’ यद्यपि ओगिसो ने कंपनी के भावी वाहनों का ब्यौरा नहीं दिया, लेकिन कहा कि कंपनी तेजी से बढ़ते कांपैक्ट एसयूवी खंड पर ध्यान दे रही है।
उन्होंने कहा, ‘ दुनियाभर में कांपैक्ट एसयूवी खंड तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और भारत में भी यही स्थिति है। हम निश्चित तौर पर इस खंड में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।’
ओगिसो ने कहा, ‘ हमने इटियास लांच किया जिसे भारतीय बाजार को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है। आज भारतीय उपभोक्ता वैश्विक रुख को लेकर कहीं अधिक जागरूक हैं और हमारा प्रयास उन्हें संतुष्ट करने का होगा।’ भारत में कंपनी की दीर्घकालीन महत्वाकांक्षा के बारे में टोयोटा मोटर एशिया के कार्यकारी उपाध्यक्ष बर्नी ओ कोनोर ने कहा कि कंपनी वैश्विक बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति को भारत में दोहराना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘ वैश्विक स्तर पर हमें अग्रणी हैं। अगर आप इंडोनेशिया, फिलीपींस जैसे अन्य एशियाई बाजारों को देखें तो हम अग्रणी हैं। निश्चित तौर पर भारत में भी हमारी महत्वाकांक्षा पहले पायदान पर पहुंचने की है।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 23, 2013, 12:19