Last Updated: Monday, November 28, 2011, 09:40
मुंबई : देश में दूसरे सबसे बड़े विदेशी बैंक एचएसबीसी ने कहा है कि उसे भारत की दीर्घकालिक वृद्धि की संभावनाओं में विश्वास है और वह यहां निवेश करता रहेगा।
एचएसबीसी इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी स्टुअर्ट डेविस ने कहा, ‘हमें यूरोपीय समस्या का समाधान निकलने तक अगले छह महीने वैश्विक अर्थव्यवस्था के असुरक्षित बने रहने की आशंका है। निश्चित रूप से हम इसके बारे में चिंतित होंगे। लेकिन हमें भारत की दीर्घकालिक विकास गाथा में विश्वास है। हम यहां निवेश करते रहेंगे। संक्षेप में, मैं कहूंगा कि हमारा रवैया सतर्कतापूर्ण आशावादी रहेगा। उन्होंने कहा कि बैंक के लिए भारत में अपने स्तर पर विकास की व्यापक संभावना है और वह इसमें लगातार निवेश करता रहेगा।
उल्लेखनीय है कि एचएसबीसी को आरबीएस इंडिया की खुदरा आस्तियों व वाणिज्यिक कारोबार के अधिग्रहण के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से मंजूरी अभी लेनी है। बैंक ने जुलाई 2010 में आरबीएस की इन आस्तियों को खरीदने पर सहमति जताई थी। देश में विदेशी बैंकों के सवाल पर डेविस ने कहा कि नियामक का वित्तीय समावेश तथा प्राथमिकता क्षेत्र उधारी को लेकर काफी स्पष्ट रवैया है और बैंक इसका अनुपालन कर रहे हैं। एचएसबीसी 88 देशों में परिचालन करता है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 28, 2011, 15:10