भारत में प्राइवेट विमानों की संख्या 2016-17 तक दोगुना होने की संभावना: PWC

भारत में प्राइवेट विमानों की संख्या 2016-17 तक दोगुना होने की संभावना: PWC

मुंबई : भारतीय कंपनियों के विभिन्न देशों में विस्तार तथा अरबपतियों की बढ़ती संख्या के साथ देश में बिजनेस जेट (प्राइवेट विमान) का बाजार अगले पांच साल में दोगुना हो जाने की संभावना है।

वैश्विक परामर्श कंपनी पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के अनुसार तरक्की की ओर अग्रसर अर्थव्यवस्था, घरेलू कंपनियों की बढ़ती आय, बढते धनाढ़्य, छोटे शहरों के लिये बेहतर संपर्क व्यवस्था का अभाव तथा समय बचाने एवं उत्पादकता बढ़ाने की जरूरत जैसे कारणों से इस क्षेत्र में वृद्धि की संभावना है। यह अध्ययन फिक्की ने करवाया है।

रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘घरेलू बिजनस जेट का बाजार वैश्विक स्तर पर पांव पसारने की तैयारी में है। देश में इस बाजार में सालाना 10 प्रतिशत वृद्धि संभव है और वित्त वर्ष 2016-17 तक इसके 4.5 अरब डालर के पार कर जाने की संभावना है। ऐसा अनुमान है कि घरेलू बाजार में वर्ष 2016-17 तक करीब 120 बिजनस जेट, 150 छोटे विमान तथा 180 हेलीकाप्टर जोड़े जाएंगे।’’ एशिया प्रशांत क्षेत्र में वर्ष 2012 में 165 बेड़े के साथ भारत दूसरा सबसे बड़ा बिजनेस जेट बाजार बन गया जबकि देश में 2005 में 26 बिजनस जेट थे। 220 विमानों के बड़े के साथ पहले स्थान पर चीन रहा।

अमेरिका के पास बड़ी संख्या में प्राइवेट विमान हैं। वहां 5,110 हवाईअड्डों के जरिये ऐसे 2,55,000 विमानों का परिचालन होता है। वहीं भारत में केवल 150 सक्रिय हवाईअड्डे हैं और करीब 700 विमान हैं। बहरहाल, रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ती आर्थिक वृद्धि, कारोबारी हितों में वृद्धि तथा अरबपतियों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण भारत निजी जेट विमानों के लिये उभरता बाजार है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, February 10, 2013, 17:57

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