भारत में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि 3 महीने के न्यूनतम स्तर पर--India`s manufacturing growth slows to 3-month low

भारत में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि 3 महीने के न्यूनतम स्तर पर

भारत में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि 3 महीने के न्यूनतम स्तर परनई दिल्ली : मांग की कमी और बिजली की किल्लत के चलते देश के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि जनवरी 2013 में पिछले तीन महीने के न्यूनतम स्तर पर रही। औद्योगिक उत्पादन का पैमाना माना जाने वाला ‘एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण खरीद प्रबंधकों का सूचकांक (पीएमआई)’ जनवरी में 53.2 पर रहा जो दिसंबर में पिछले छह महीने के उच्च स्तर 54.7 पर रहा था। नवंबर में यह 53.7 अंक पर था। सूचकांक, हालांकि 50 अंक के स्तर से उपर रहा जिसके नीचे जाने का अर्थ होता कि उत्पादन में गिरावट आई है।

एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत और आसियान) लीफ एस्केसेन ने कहा ‘‘कमजोर मांग की वजह से नए आर्डर में कमी और बिजली की किल्लत के कारण जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि कम हुई।’’ एक्केसेन ने कहा ‘‘नये आर्डर की मांग को पूरा करने के लिये विनिर्माता अभी भी अपने तैयार माल के स्टॉक को कम करने में लगे हैं, स्टॉक कम होने के बाद आने वाले महीनों में उत्पादन वृद्धि तेज हो सकती है।’’ प्रबंधक सूचकांक के अनुसार विनिर्माताओं को मिले आर्डर में लगातार 46वें महीने वृद्धि दर्ज की गई है लेकिन यह वृद्धि धीमी गति से हुई है। (एजेंसी)

First Published: Friday, February 1, 2013, 23:42

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