Last Updated: Tuesday, March 5, 2013, 14:00

नई दिल्ली : नये कारोबारी आर्डर में कमी के बीच देश में सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर फरवरी महीने में धीमी रही। इससे पहले, जनवरी महीने में यह 12 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गयी थी। एचएसबीसी के सर्वे में यह बात कही गयी है।
सर्वे के अनुसार सकल घरेलू उत्पाद में करीब 60 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाला सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर फरवरी महीने में 54.2 प्रतिशत रही। जनवरी महीने में क्षेत्र की वृद्धि दर 57.5 रही। यह देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां धीमी होने का संकेत है। नये कारोबारी आर्डर में कमी का कारण सेवा क्षेत्र की वृद्धि फरवरी महीने में कम रही।
एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत तथा आसियान) लीफ एसकेसीन ने कहा, ‘‘नये कारोबारी आर्डर में कमी की वजह से सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर धीमी रही। हालांकि कंपनियों के पास अभी काफी काम लंबित पड़ा है।’’ सर्वे के मुताबिक यह लगातार 16वां महीना है जब सेवा क्षेत्र में वृद्धि सकारात्मक रही है। सेवा प्रदाता क्षेत्र के लिये अगले 12 महीने को लेकर नजिरया सकारात्मक है। सर्वे में शामिल करीब 42 प्रतिशत लोगों ने उम्मीद जतायी कि आने वाले वर्ष में गतिविधियां तेज होंगी। केवल तीन प्रतिशत लोगों ने कमी की आशंका जतायी।
फरवरी महीने में विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन में वृद्धि तेज देखी गयी। विनिर्माण तथा सेवा सूचकांक दोनों के बारे में जानकारी देने वाला एचएसबीसी इंडिया समग्र उत्पादन सूचकांक फरवरी में 54.8 रहा जो जनवरी में 56.3 था। ताजा सर्वे के अनुसार निजी क्षेत्र का उत्पादन वृद्धि दर भी तीन महीने के निम्न स्तर पर चला गया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 5, 2013, 14:00