Last Updated: Sunday, February 10, 2013, 17:39
वाशिंगटन : अमेरिका की 20 कंपनियों व उद्योग संगठनों ने भारत में अपने व्यापारिक हितों तथा दुनिया भर में उनके व्यापार को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर अमेरिकी नीति निर्माताओं से लॉबिंग करने के लिए 2012 के दौरान 20 करोड़ डालर (1,000 करोड़ रुपए) से अधिक की राशि खर्च की।
इन कंपनियों को लॉबिंग पर अपने खर्च की जानकारी संसद को देनी होती है। इन कंपनियों की लॉबिंग खर्च पर ये सालाना रपटें ऐसे समय में आई हैं जबकि वॉल-मार्ट द्वारा भारतीय बाजार में पहुंच के लिए अमेरिका में लॉबिंग को लेकर विवाद चल रहा है और भारत सरकार ने इस मामले की जांच की घोषणा की है।
अमेरिका के लॉबिस्टों ने जो रपटें दी हैं उनके हिसाब से कम से कम 17 इकाइयों ने भारत केंद्रित मुद्दों को लेकर लॉबिंग की। इन इकाइयों में कंपनियां व औद्योगिक संगठन शामिल हैं जिन्होंने कुल मिलाकर 21.2 करोड़ डालर (1,100 करोड रुपये) खर्च किए।
इनमें बायोटेक्नालाजी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज एसोसिएशन आफ अमेरिका, डेल इंक, अल्काटेल-लुसेंट, अलायंस आफ आटोमोबाइल्स मैन्युफैक्चर्स, बिजनेस साफ्टवेयर अलायंस, चैंबर आफ कामर्स आफ द यूएसए, फाइजर तथा कोलगेट पामोलिव है। अमेरिका में लॉबिंग वैध है लेकिन इसकी तै्रमासिक जानकारी देनी होती है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 10, 2013, 17:39