Last Updated: Tuesday, December 4, 2012, 18:57

नई दिल्ली : वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने आज कहा कि भारतीय बैंकों के लिए आगे का समय और कठिन हो सकता है। इनकी वसूली में फंसा पैसा बढ सकता है तथा मुनाफा और घट सकता है। आर्थिक वृद्धि में नरमी और उच्च ब्याज दर के कारण बैंकों का मुनाफा पहले से प्रभावित हो रहा है।
मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने एक बयान में कहा ‘‘अगले 12 से 18 महीने भारतीय बैंकिंग प्रणाली के लिए और मुश्किल हो सकते हैं। इस समय घरेलू व्यावसायिक वातावरण चुनौती पूर्ण है।’’ सरकारी बैंकों का एनपीए दूसरी तिमाही में बढ कर 4.01 फीसद पर पहुंच गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 3.06 फीसद की बढ़ोतरी हुई थी।
मूडीज ने कहा कि भारत का माहौल आर्थिक वृद्धि में नरमी, उच्च मुद्रास्फीति, उंची ब्याज दर और रुपए में कमजोरी से प्रभावित हो रहा है। मूडीज के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ विश्लेषक ने कहा ‘‘हमें उम्मीद है कि ऐसे हालात के कारण एनपीए और बढ़ सकती है, नियोजन लागत बढ़ती सकती है और मुनाफ घटेगा।’’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 4, 2012, 18:57