Last Updated: Sunday, July 14, 2013, 23:10

नई दिल्ली : ईरान भारत को बेचे जाने वाले तेल के लिए पूरा भुगतान रुपए में लेने को राजी हो गया है।
भारत जुलाई, 2011 से ही ईरान को 55 प्रतिशत भुगतान अंकारा स्थित हल्कबैंक के जरिए यूरो में कर रहा था और बाकी 45 प्रतिशत भुगतान कोलकाता स्थित यूको बैंक में ईरानी तेल कंपनी के बैंक खाते रुपए में किया गया।
सरकारी सूत्रों ने कहा कि तुर्की के जरिए यूरो में भुगतान पर इस साल 6 फरवरी से रोक लगा दी गई, लेकिन रुपए में 45 प्रतिशत भुगतान जारी है।
ईरान ने 55 प्रतिशत भुगतान रूसी रूबल एवं अन्य विदेशी मुद्राओं में लेने की संभावना तलाशी, लेकिन फारस की खाड़ी के देश ईरान के खिलाफ पाबंदियों के चलते भुगतान के वैकल्पिक तरीकों को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका।
सूत्रों ने कहा कि अब ईरान सभी भुगतान भारतीय रपये में लेने को राजी हो गया है।
भारत ने ईरान से 2012-13 में 1.314 करोड़ टन कच्चा तेल आयात किया था जबकि इससे पिछले साल वहां से आयात 1.8 करोड़ टन से अधिक था। वहां से कच्चे तेल का आयात काफी कम कर देने के कारण भारत को ईरान के साथ तेल कारोबार करने पर अमेरिकी पाबंदी से छह माह की छूट मिली हुई है।
अप्रैल से अब तक ईरान से एक भी बैरल तेल नहीं आया है क्यों कि प्रतिबंधों के कारण बीमा कंपनियों ने वहां के तेल का प्रसंस्करण करने वाली रिफाइनिंग कंपनियों को बीमा करना बंद कर दिया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 14, 2013, 23:10