Last Updated: Sunday, November 6, 2011, 09:57
नई दिल्ली : मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने कहा कि देश को भ्रष्टाचार से समझदारी से लड़ने की जरूरत है क्योंकि ऐसा नहीं होने पर सरकार के निर्णय लेने की वास्तविक प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टचार से लड़ने के नाम पर हमें हर व्यक्ति को संदेह के दायरे में नहीं रखना चाहिए। इससे आम तौर पर संदेह का माहौल तैयार होता है और इससे विचलन का गंभीर खतरा होता है।’ बसु ने बताया कि अच्छे फैसले लेने वाले अच्छे लोगों को भी डर लगने लगेगा कि उन पर उंगली उठेगी और वे अंतिम फैसला टालते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार ट्यूमर की तरह है और इसे हटाने की जरूरत है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि भ्रष्टाचार नियंत्रण का खाका तैयार करने में अर्थशास्त्र और कानूनी क्षेत्र से पेशेवर मदद उसी तरह लेनी चाहिए जैसे एक अंग को काटकर बाहर निकालने के लिए पेशेवर चिकित्सकीय ज्ञान की जरूरत पड़ती है। दृढ़ निश्चय महत्वपूर्ण है लेकिन इतना ही काफी नहीं है। इससे भला होने से ज्यादा नुकसान हो जाएगा।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 6, 2011, 15:27