Last Updated: Friday, November 16, 2012, 16:12

पुणे : ब्याज दरों में कटौती की मांग के बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने आज कहा कि केंद्रीय बैंक आर्थिक वृद्धि के प्रति सचेत है पर मुद्रास्फीति अब भी ‘काफी ऊंची है’। सुब्बाराव ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से अलग से कहा कि 7.45 प्रतिशत पर महंगाई की दर निश्चित रूप से ऊंची है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जबकि थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अक्तूबर में घटकर 7.45 प्रतिशत पर आ गई है, जो सितंबर में 7.81 फीसद पर थी। उन्होंने कहा कि महंगाई को लेकर केंद्रीय बैंक हमेशा ‘पूरी तरह चौकस’ रहता है।
सुब्बाराव ने कहा कि हम हमेशा हाई अलर्ट पर (पूरी तरह चौकस) हैं, वृद्धि के लेकर हाई अलर्ट पर और निश्चित रूप से मुद्रास्फीति को लेकर को लेकर भी। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जबकि सरकार और उद्योग मौद्रिक रुख में नरमी की उम्मीद कर रहे हैं। सितंबर में कारखाना उत्पादन 0.40 प्रतिशत संकुचित हुआ। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रही।
सुब्बाराव ने 30 अक्तूबर को पेश मौद्रिक नीति की समीक्षा के समय कहा था कि उन्हेंल उम्मीद है कि महंगाई (मुद्रास्फीति) के मोर्चे पर राहत 2013 के शुरू में ही मिल पाएगी। उन्होंने संकेत दिया था कि ब्याज दरों में कटौती जनवरी में ही होगी। मौद्रिक नीति की अगली मध्य तिमाही समीक्षा 18 दिसंबर को पेश होनी है। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 16, 2012, 16:12