Last Updated: Monday, October 15, 2012, 22:12
नई दिल्ली : मारुति सुजुकी इंडिया के मानेसर कारखाने में जुलाई में हुई हिंसा बाहर से नहीं भड़कायी गई बल्कि प्रबंधन तथा कर्मचारियों के बीच के आतंरिक कारण इसकी वजह रहे। हिंसा की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा दायर आरोपपत्र के अनुसार यह बात सामने आयी है।
हरियाणा पुलिस ने मामले में 300 लोगों से पूछताछ के बाद 145 व्यक्तियों के खिलाफ आरोप लगाए हैं।
पुलिस उपायुक्त महेश्वर दयाल ने बताया, आरोपपत्र पिछले सप्ताह दायर किया गया है। यह पाया गया है कि हिंसा बाहर से नहीं भड़कायी गई बल्कि यह प्रबंधन तथा कर्मचारियों के बीच आंतरिक मुद्दों का परिणाम था।
उन्होंने हिंसा में नक्सली तत्वों के शामिल होने की संभावना से इंकार किया। इस बारे में संपर्क किए जाने पर मारुति सुजुकी इंडिया के प्रवक्ता ने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
दयाल ने आगे कहा, जांच के दौरान 300 गवाहों से पूछताछ की गई। उसके बाद आरोपपत्र में 145 लोगों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट 3000 पृष्ठों में है। जो मुख्य आरोप लगाए गए हैं, उसमें हत्या, हत्या का प्रयास तथा संपत्ति को नुकसान पहुंचाना शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 15, 2012, 22:12