Last Updated: Tuesday, October 18, 2011, 16:08
नई दिल्ली : मारुति प्रबंधन और हड़ताली कर्मचारियों के बीच हरियाणा सरकार के प्रयासों से शुरू हुई समझौता वार्ता मंगलवार शाम टूट गई। हरियाणा श्रम विभाग के अधिकारियों ने आज दिनभर में सुजुकी इंडिया (एमएसआई) और सुजुकी पावरट्रेन इंडिया लिमिटेड (एसपीआईएल) के कर्मचारियों तथा कंपनियों के प्रबंधन के साथ वार्ता शुरू की थी लेकिन लेकिन 12 दिन पुरानी हड़ताल को समाप्त करने के मुद्दे पर बात नहीं बनी।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि स्थानीय प्रशासन और मारुति प्रबंधन ने हड़ताली कर्मचारियों के साथ बातचीत कर समस्या का हल ढूंढने के लिए भरपूर प्रयास किए लेकिन कर्मचारियों के अड़ियल रवैये के कारण मुद्दे का हल नहीं निकाला जा सका। हालांकि, कर्मचारियों ने अड़ियल रवैया अपनाए जाने से इनकार किया और प्रबंधन पर हड़ताल समाप्त कराने के लिए विभिन्न प्रकार की चालबाजी और दबाव की नीति अपनाने का आरोप लगाया।
गैर मान्यता प्राप्त मारुति सुजुकी कर्मचारी संघ के सचिव शिव कुमार ने आरोप लगाया कि मारुति प्रबंधन और राज्य श्रम विभाग के अधिकारी मिलकर कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हमें दस बजे बातचीत के लिए गुड़गांव बुलाया गया जबकि दूसरी तरफ प्रबंधन की तरफ से आतंरिक जांच के लिए मानेसर में 11.30 बजे का समय रखा गया। एक ही समय में हम दो स्थानों पर कैसे पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि दूसरे दौर की बातचीत का समय भी शाम छह बजे रखा गया जबकि जांच और पूछताछ जारी थी। हम दूसरे दौर की बातचीत में शामिल नहीं हो सकते थे। हमने समय में सामंजस्य बिठाने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 18, 2011, 21:38