Last Updated: Saturday, October 6, 2012, 10:38

मुंबई : देश के शेयर बाजारों ने गत सप्ताह तेजी का सिलसिला जारी रखा। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स के मुकाबले अधिक तेजी रही। सेंसेक्स चार कारोबारी सत्रों वाले सप्ताह में 0.9 फीसदी या 175.72 अंकों की तेजी के साथ 18,938.46 पर बंद हुआ। सेंसेक्स इससे पिछले सप्ताह 0.05 फीसदी या 9.91 अंकों की तेजी के साथ 18,762.74 पर बंद हुआ था। मंगलवार को गांधी जयंती के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी गत सप्ताह के कारोबार में 0.8 फीसदी या 43.65 अंकों की तेजी के साथ 5,746.95 पर बंद हुआ। निफ्टी इससे पिछले सप्ताह 0.2 फीसदी या 12.15 अंकों की तेजी के साथ 5,703.30 पर बंद हुआ था।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 1.08 फीसदी या 71.48 अंकों की तेजी के साथ 6,678.77 पर बंद हुआ। मिडकैप इससे पिछले सप्ताह 2.72 फीसदी या 174.86 अंकों की तेजी के साथ 6,607.29 पर बंद हुआ था। स्मॉलकैप सूचकांक 1.82 फीसदी या 127.82 अंकों की तेजी के साथ 7,145.71 पर बंद हुआ। स्मॉलकैप इससे पिछले सप्ताह 3.06 फीसदी या 208.68 अंकों की तेजी के साथ 7,017.89 पर बंद हुआ था।
गत सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे भेल (7.78 फीसदी), भारतीय स्टेट बैंक (4.78 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (4.29 फीसदी), मारुति सुजुकी (3.06 फीसदी) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (2.82 फीसदी)। सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले शेयरों में प्रमुख रहे सिप्ला (3.73 फीसदी), बजाज ऑटो (3.67 फीसदी ), हीरो मोटोकॉर्प (2.56 फीसदी), जिंदल स्टील (2.51 फीसदी) और टाटा पावर (2.20 फीसदी)।
बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (5.5 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (3.49 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (3.18 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (2.40 फीसदी) और तेल एवं गैस (2.20 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले तीन सेक्टरों में रहे स्वास्थ्य सेवा (1.35 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.20 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.09 फीसदी)।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में सुधार की दिशा में आगे बढ़ कर बल्लेबाजी करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को कानून में संशोधन के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिससे पेंशन क्षेत्र में 49 फीसदी तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी मिल जाएगी और बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा 26 फीसदी से बढ़कर 49 फीसदी हो जाएगी।
पिछले महीने से आर्थिक उदारवाद की दिशा में प्रगति जारी रखते हुए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने गुरुवार को 21 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। मंत्रिमंडल ने 12वीं पंचवर्षीय योजना के मसौदा दस्तावेज को भी मंजूरी दे दी। अब यह मसौदा राष्ट्रीय विकास परिषद के पास आखिरी मंजूरी के लिए जाएगा।
खुदरा कारोबार, उड्डयन और प्रसारण पर फैसले से अलग बीमा और पेंशन को मंजूरी को संसद से अनुमोदन की जरूरत होगी, जहां उसे विरोध का सामना करना पड़ सकता है। चिदम्बरम ने कहा, पेंशन क्षेत्र में एफडीआई की सीमा बीमा क्षेत्र के अनुरूप होगी। यदि बीमा क्षेत्र में सीमा 49 फीसदी होगी, तो पेंशन में भी सीमा 49 फीसदी होगी।
सुधार की उम्मीद में गुरुवार को शेयर बाजारों में तेजी देखी गई। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गुरुवार को 188 अंकों की तेजी के साथ 19,058 पर बंद हुआ। मंत्रिमंडल का फैसला बाजार बंद होने के बाद आया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 6, 2012, 10:38