Last Updated: Tuesday, May 15, 2012, 07:12
नई दिल्ली : सरकारी कंपनी गेल (इंडिया) और ऑयल इंडिया समेत 11 कंपनियों ने अरबपति मुकेश अंबानी की निजी स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस गैस ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर (आरजीटीआईएल) में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बोली लगाई है।
घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने बताया, गैस परिवहन कंपनी आरजीटीआईएल की हिस्सेदारी खरीदने के लिए पांच भारतीय और छह विदेशी कंपनियों ने बोली लगाई है। गैस यूटिलिटी कंपनी गेल और तेल उत्खनन क्षेत्र की ऑयल इंडिया ने हिस्सेदारी खरीदने के लिए अलग-अलग रुचि-पत्र सौंपा है जिसका प्रबंधन जे पी मार्गन, सिटी और एसबीआई कैप्स कर रही है।
जिन अन्य कंपनियों ने बोली लगाई उनमें न्यूयार्क स्टाक एक्सचेंज में सूचीबद्ध उर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एनब्रिज भी शामिल है। कंपनी प्रवक्ता ने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार किया। सूत्रों ने बताया कि जिन कंपनियों ने रुचि पत्र दाखिल किया है वे आरजीटीआईएल के डाटा रुम का दौरा करेंगे और वित्तीय बोली लगाने से पहले परिसंपत्तियों और देनदारियों की पूरी तरह जांच करेंगे।
आरजीटीआईएल मूल तौर पर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की सहयोगी कंपनी है और इसका गठन मार्च 2003 में पूर्वी अपतटीय गैस उत्पादन क्षेत्र से उसे खपत क्षेत्र तक परिवहन के लिए किया गया था।
उस वक्त कहा गया था कि केजी-डी6 क्षेत्र से उत्पादन जब आठ करोड़ घन मीटर प्रति दिन के स्तर पर पहुंच जायेगा तो अंबानी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश के जरिए कंपनी की हिस्सेदारी बेच सकते हैं। लेकिन केजी डी6 क्षेत्र से उत्पादन गिर कर 3.4 करोड़ घन मीटर प्रति दिन से भी कम रह जाने के बाद अब वह गैस पाइपलाइन कारोबार बेचना चाहते हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 15, 2012, 20:43