Last Updated: Thursday, February 14, 2013, 15:51

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री के प्रमुख आर्थिक सलाहकार सी. रंगराजन ने आज उम्मीद जाहिर की कि मुद्रास्फीति मार्च अंत तक घटकर 6.5 फीसदी पर आ जाएगी। उन्होंने सलाह दी कि कीमतों के बढ़ते दबाव को कम करने के लिए और ज्यादा खाद्यान्न जारी किए जाने चाहिए। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति के आज जारी आंकड़ों के अनुसार जनवरी में मुद्रास्फीति घटकर 6.62 फीसदी रह गई जो दिसंबर 2012 में 7.18 फीसदी पर थी।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष रंगराजन ने कहा, ‘मुद्रास्फीति में गिरावट स्वागत योग्य और उम्मीदें बढ़ाने वाला संकेत है। मुझे उम्मीद है कि मार्च अंत में यह 6.5 प्रतिशत पर आ जाएगी।’ उन्होंने कहा कि जनवरी में मुद्रास्फीति उम्मीद से ज्यादा कम हुई है।
यह लगातार चौथा महीना है जबकि थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति कम हुई है। हालांकि, खुदरा मुद्रास्फीति सब्जियों, खाद्य तेल, अनाज और प्रोटीनयुक्त उत्पादों की ऊंची कीमत के कारण 10.79 फीसदी पर रही। रंगराजन ने कहा कि जनवरी में विनिर्मित उत्पादों यानी मुख्य मुद्रास्फीति में कमी के मद्देनजर खाद्य उत्पादों की आपूर्ति पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘खुदरा मुद्रास्फीति अभी भी बहुत अधिक है। प्राथमिक और खाद्य उत्पादों की थोक मुद्रास्फीति काफी ऊंची है। बाजार में ज्यादा खाद्य उत्पाद जारी करने के लिए प्रयास करना चाहिए।’ विनिर्मित उत्पाद खंड में मुद्रास्फीति घटी और जनवरी में 4.81 फीसद पर रही जो पिछले महीने 5.04 फीसदी पर थी। रंगराजन ने कहा कि उन्हें मार्च अंत तक मुख्य मुद्रास्फीति चार फीसदी से भी नीचे रहने की उम्मीद है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 14, 2013, 15:51