Last Updated: Monday, February 11, 2013, 10:19

नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने देश की दीर्घकालिक वृद्धि को लेकर आशावादिता दिखाते हुए कहा कि इसकी 1 अरब की जनता अपनी महत्वाकांक्षाओं के साथ संपन्नता सुनिश्चित करेगी। अंबानी ने भारत के गुंजायमान लोकतंत्र में अपनी आस्था को भी दोहराया।
उन्होंने एक टेलीविजन को साक्षात्कार में कहा कि मैं भारत को लेकर बहुत आशावान हूं क्योंकि यह देश के एक अरब लोगों की है तथा हमारी वास्तविक महत्वाकांक्षा है जहां हर कोई महत्व रखता है। कुछ देश हैं जहां एक ही व्यक्ति का महत्व है, कुछ देशों में पोलित ब्यूरो या 12 लोग महत्व रखते हैं। अंबानी ने कहा कि भारत की एक अरब आबादी में हर कोई महत्व रखता है और उनकी महत्वाकांक्षाएं हैं।
उन्होंने कहा कि हम दीर्घकालिक वृद्धि की राह पर हैं और यह वृद्धि केवल जीडीपी आंकडों में नहीं है, यह तो वास्तव में प्रत्येक भारतीय की भलाई में है। हालांकि अंबानी ने यह भी कहा कि वे न केवल भारत बल्कि चीन, यूरोपीय संघ तथा अमेरिका जैसी दूसरी अर्थव्यवस्थाओं को लेकर भी आशावान हैं।
उन्होंने कहा- मेरे विचार में चीन स्थिर वृद्धि कर रहा है, यह घट नहीं रही है। यूरोप ने खुद का संक्रमण पथ ढूंढ लिया है और मेरी राय में वे सामान्य तरीके से इसे तय करेंगे। भारत की वृद्धि कुछ नरम रही। लेकिन, भारत को लेकर मैं बहुत आशावान हूं।
अमेरिका के बारे में अंबानी ने कहा कि मैं दूसरों की तुलना में अधिक आशावान हूं। मेरे विचार में हम इस साल सुधार की शुरआत देखेंगे, विशेषकर अमेरिका में। अमेरिका के उर्जा परिदृश्य में बुनियादी बदलाव है। भारत में बढ़ती असमानता के सवाल पर देश के इस सबसे धनी भारतीय ने कहा कि अगर आप असमानता के बारे में सोचें तो यह केवल हमारे देश की समस्या नहीं है। यह तो वास्तव में दुनिया भर की समस्या है। आय तो अवसरों से होती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अपने शेयरधारकों के जीवन स्तर में सुधार के लिए कंपनी को लंबी यात्रा तय करनी पड़ी है।
अपने पिता धीरूभाई अंबानी के विचारों को रेखांकित करते हुए अंबानी ने कहा कि मेरे पिता के लिए केवल धन कमाने के उद्देश्य वाले किसी कारोबार का कोई मतलब नहीं था। व्यापार व्यापक सामाजिक उद्देश्यों को पूरा करने वाला होना चाहिए। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपना सारा धन पूंजी बाजारों तथा छोटे शेयरधारकों से जुटाया है। इसलिए हमने केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज में निवेश करते हुए दस लाख करोड़पति बनाये हैं। एक सवाल के जवाब में अंबानी ने कहा कि भविष्य में उर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए स्रोत के रूप में सौर उर्जा मुख्य बदलाव होगा।
उन्होंने कहा कि हम आने वाले कुछ दशकों में हाइड्रोकार्बन से पूरी तरह नवीकृत तथा सतत भविष्य की ओर जाएंगे और सौर उर्जा इसके केंद्र में होगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 11, 2013, 10:19