Last Updated: Wednesday, December 26, 2012, 19:35

मुंबई : मोटे वेतन तथा बेहतर कामकाजी हालात के चलते एयर इंडिया के पायलट खाड़ी देशों की विमानन कंपनियों की ओर आकषिर्त हो रहे हैं और उसके यहां पायलटों की कमी हो गई है। सूत्रों ने यह दावा करते हुए कहा कि खाड़ी देशों की विमानन कंपनियां एयर इंडिया की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक वेतने की पेशकश करती हैं। यही कारण है कि पायलट उनके यहां नौकरी करने को तत्पर रहते हैं।
सूत्रों ने पीटीआई से कहा, बोइंग 777 विमानों के कई कमांडर बीते कुछ महीनों में पहले ही एयर इंडिया छोड़कर कतर एयरवेज, एतिहाद तथा एमिरेट्स जैसी कंपनियों में चले गये हैं। इसके अलावा अगले 2-3 महीने में 35 और पायलटों के इन कंपनियों में जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के पलायन से कमांडरों की भारी कमी हो सकती है।
एयर इंडिया के पास इस समय बोइंग777 बेड़े के लिए लगभग 115 कमांडर हैं। इस बेड़े में 15 बोइंग 777-300 तथा आठ बी777-200 विमान है। इसके अलावा लगभग 40 कार्यकारी पायलट भी कंपनी में हैं। कंपनी ने जिन 13 पायलटों को बख्रास्त किया था उनमें से पांच भी बी777 कमांडर हैं।
पिछले रविवार को ही एयर इंडिया की मुंबई-रियाद उड़ान में 20 घंटे की देरी हुई। कंपनी का कहना है कि उड़ान चालक दल की कमी के कारण यह देरी हुई। सूत्रों का कहना है कि कतर एयरवेज तथा एतिहाद जैसी कंपनियां इन पायलटों को 7.50-8.30 लाख रपये महीने के वेतन की पेशकश करती हैं। एयर इंडिया में यह राशि 4-6 लाख रपये के बीच है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 26, 2012, 19:35