Last Updated: Sunday, April 15, 2012, 10:46
नई दिल्ली : बाजार विश्लेषकों का मानना है कि रिजर्व बैंक की वाषिर्क मौद्रिक नीति और सोमवार को जारी होने वाले मुद्रास्फीति के मासिक आंकड़े सप्ताह के दौरान शेयर बाजार की चाल तय करेंगे। इसके अलावा कंपनियों के चौथी तिमाही के परिणाम भी बाजार पर अपना प्रभाव बनाये रखेंगे।
समीक्षकों ने कहा कि मंगलवार को जारी होने वाली रिजर्व बैंक की वाषिर्क मौद्रिक नीति पर कारोबारियों की निगाह रहेगी। सोमवार को थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति के मासिक आंकड़े जारी हो सकते हैं।
बाजार सूत्रों के अनुसार कंपनियों को नीतिगत ब्याज दरों में नरमी की उम्मीद है। मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिये रिजर्व बैंक मार्च 2010 के बाद से लगातार 13 बार ब्याज दरों में वृद्धि कर चुका है। अब उद्योग जगत को रिजर्व बैंक के इस रुख में बदलाव की उम्मीद बंधी है। उम्मीद की जा रही है कि वर्ष 2012-13 की मौद्रिक नीति की शुरुआत केन्द्रीय बैंक ब्याज दरों में नरमी के साथ करेगा।
फेयरवेल्थ सिक्योरिटीज की इक्विटी प्रमुख शर्मिला जोशी ने कहा, बाजार अब मंगलवार को रिजर्व बैंक के ओर निगाह रखेगा तथा अगले सप्ताह कारोबार सतर्कता का रुख लिए खुलेगा। सोमवार को मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं और इसके अलावा कंपनियों के कार्यपरिणाम भी सामने आयेंगे जिसको देखते हुए अगले सप्ताह के आरंभ में कारोबार में सतर्कता का रुख रह सकता है। बाजार सूत्रों ने कहा कि कई प्रमुख घटनाक्रम सप्ताह के दौरान होने हैं जिसके कारण बाजार में उतार चढ़ाव का रुख रह सकता है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, April 15, 2012, 16:16