Last Updated: Tuesday, October 16, 2012, 22:55

मेलबर्न : भारत को यूरेनियम की आपूर्ति पर पाबंदी की नीति को छोड़े आस्ट्रेलिया को करीब एक साल हो रहे है, आस्ट्रेलिया सरकार ने कहा है कि आपूर्ति बहुत जल्दी नहीं शुरू होने वाली है क्यों कि इस बारे में दोनों देशों के बीच परमाणु सुरक्षा सबंधी शर्तों पर समझौता होने में ही एक दो साल लग जाएंगे।
भारत की तीन दिन की यात्रा पर गयीं आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड की बातों से यह उम्मीद ठंडी पड़ गयी है कि उनके देश से भारत के लिए यूरेनियम की आपूर्ति जल्दी शुरू हो सकती है।
आस्ट्रेलिया के एक अखबार में कहा गया कि यहां की तीन दिन की यात्रा पर आईं गिलार्ड ऐसी किसी संभावना से इन्कार किया भारत को यूरेनियम की बिक्री तुरंत शुरू की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय परमाणु सुरक्षा संबंधी समझौते पर बातचीत में कुछ महीने नहीं बल्कि एक या दो साल लग सकते हैं।
गिलार्ड ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बुधवार को मिलेंगी। उनकी लेबर पार्टी की सरकार ने भारत को यूरेनियम की अपूर्ति पर पाबंदी की नीति में बदलाव कर दिया। आस्ट्रेलिया का अब कहना है कि भारत को परमाणु ईंधन की आपूर्ति की जा सकती है और यह आपूर्ति व्यापाक असैनिक परमाणु सहयोग समझौते के तहत ही होगी।
गिलार्ड ने इस बारे में अपनी सरकार की आलोचना कर रहे लोगों के जवाब में कहा था कि उनका देश यह अच्छी तरह जानता है कि कोई समझौता कैसे किया जाए कि आस्ट्रेलिया के यूरेनियम का इस्तेमाल केवल शांतिपूर्ण उद्येश्यों में ही किया जा सके। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 16, 2012, 22:55