Last Updated: Tuesday, December 6, 2011, 07:07
नई दिल्ली : क्रेडिट रेटिंग एजेन्सी केयर ने कहा है कि यूरो क्षेत्र में ऋण संकट के चलते आगामी महीनों में भारत के निर्यात की वृद्धि दर प्रभावित होने की आशंका है। केयर ने ‘भारत पर यूरो संकट एवं वैश्विक मंदी का असर’ शीर्षक से जारी एक रपट में कहा, ‘हालांकि भारत प्रमुख तौर पर घरेलू उपभोग पर आधारित अर्थव्यवस्था है, देश का निर्यात वैश्विक आर्थिक वृद्धि से जुड़ा है।
आगामी महीनों में इससे भारत के निर्यात की वृद्धि दर प्रभावित होने की आशंका है।’ रेटिंग एजेन्सी ने कहा कि हालांकि, यूरो क्षेत्र में ऋण संकट में फंसे देशों में मंदी का भारत के निर्यात की वृद्धि दर पर मामूली असर होगा क्योंकि इन देशों को भारत का निर्यात बहुत अधिक नहीं है।
रपट के मुताबिक, ऐसा देखा गया है कि 2010-11 में यूरोपीय क्षेत्र और अमेरिका को भारत का निर्यात मामूली रूप से घटा है। हालांकि, एशियाई और अफ्रीकी देशों को देश का निर्यात बढ़ा। रपट में यह भी कहा गया है कि इस संकट से एफडीआई बहुत अधिक प्रभावित नहीं हुआ है, जबकि पिछले कुछ महीनों में वित्तीय संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अपना धन निकाल रहे हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 6, 2011, 12:37