‘राजकोषीय घाटा 5.2 प्रतिशत से कम रहेगा’

‘राजकोषीय घाटा 5.2 प्रतिशत से कम रहेगा’

‘राजकोषीय घाटा 5.2 प्रतिशत से कम रहेगा’नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2012-13 में राजकोषीय घाटे को सीमित करने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है और यह सकल घरेलू उत्पाद के 5.2 प्रतिशत से भी कम रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष के दौरान 10.38 लाख करोड़ रुपये के कर संग्रह का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।

चिदंबरम ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हमेशा की तरह (व्यय आवंटन में) कुछ बचत होती है, अगर हम राजस्व उगाही का लक्ष्य हासिल कर चुके हैं और अगर कुछ बचत भी हो गयी है तो राजकोषीय घाटा प्रस्तावित 5.2 प्रतिशत से कम ही रहेगा।’
हालांकि उन्होंने 2012-13 में राजकोषीय घाटा के बारे में कोई पक्का अनुमान लगाने से अभी इन्कार किया। उल्लेखनीय है कि गत 31 मार्च को पूरे हुए वित्त वर्ष 2012-13 के पूरे आंकड़े अभी घोषित नहीं हुए हैं।

राजस्व संग्रह पर चिदंबरम ने कहा कि प्रत्यक्ष कर संग्रह थोड़ा कम है लेकिन अप्रत्यक्ष कर संग्रह संशोधित अनुमान से ऊपर है।

उन्होंने कहा, ‘अप्रत्यक्ष कर संग्रह लक्ष्य से अधिक रहा। प्रत्यक्ष कर संग्रह लक्ष्य से कम है। लेकिन कुल मिलाकर हमने 10.38 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।’ वित्त मंत्री के अनुसार राजस्व में 2012-13 में 16.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

उन्होंने कहा कि 2012-13 कठिन वर्ष रहा। आर्थिक 5 प्रतिशत या इससे थोड़ा अधिक रहने की संभावना है। ऐसे में राजस्व वृद्धि सराहनीय है। संशोधित अनुमान में प्रत्यक्ष कर संग्रह 5.65 लाख करोड़ रुपये और अप्रत्यक्ष कर संग्रह 4.69 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य था।

व्यय के उपर बचत को देखते हुए राजकोषीय घाटा संशोधित अनुमान 5.2 प्रतिशत से कम रह सकता है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, April 6, 2013, 18:19

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