Last Updated: Thursday, February 7, 2013, 16:27
मुंबई : राजीव गांधी इक्विटी बचत योजना के तहत बाजार में उतारी जानी वाली नई म्युचुवल फंड योजनायें निवेशकों के लिये 30 दिन तक खुली रहेंगी। हालांकि, दूसरी योजनाओं के मामले में यह अवधि 15 दिन है। वित्त मंत्री पी. चिदंबरम योजना की शुरुआत 9 फरवरी को यहां करेंगे।
सेबी ने छोटे निवेशकों को पूंजी बाजार में निवेश के लिये प्रोत्साहित करने के वास्ते इस साल के बजट में पेश की गई राजीव गांधी इक्विटी बचत योजना के तहत पेश होने वाली नई म्युचुवल फंड योजनाओं को 30 दिन तक खुला रखे जाने की अनुमति दी है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक सर्कुलर में कहा है, ‘राजीव गांधी इक्विटी बचत योजना के तहत पेश की गई म्युचुवल फंड योजनाओं में आवेदन प्राप्त करने की अधिकतम अवधि मौजूदा 15 दिन से बढ़ाकर 30 दिन कर दी गई है।’
सेबी ने इसके साथ ही यह भी कहा है कि इस इक्विटी योजना के तहत राशि रिफंड करने या फिर म्युचुवल फंड हाउस की तरफ से आवंटन किये जाने की समय प्रारम्भिक आवेदन बंद होने के 15 दिन तक हो जानी चाहिये। हालांकि, दूसरे म्युचुवल फंड के मामले में यह समय सीमा पांच दिन ही बनी रहेगी। सेबी ने कहा कि सर्कुलर तुरंत प्रभाव से अमल में आ जाएगा।
सेबी ने आगे कहा, ‘राजीव गांधी इक्विटी योजना के तहत अधिकतम पेशकाश समय, यूनिटों का आवंटन, धन का रिफंड और इस योजना के तहत पेश की गई विभिन्न स्कीमों का पूरा ब्यौरा जारी किये जाने जैसे मुद्दों पर आने वाले समय में बदलाव किया जाएगा।’
इस साल के बजट में घोषित इस योजना के तहत 10 लाख रुपये तक की सालाना कमाई आय वाले निवेशकों को 50,000 रुपये तक के नए निवेश पर उसे निवेश की राशि के 50 प्रतिशत तक कर लाभ दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इससे पूंजी बाजार में नकदी का प्रवाह बढ़ेगा और प्रतिभूति बाजार का विस्तार होगा। निवेशक को योजना में कम से कम एक साल बने रहना होगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 7, 2013, 16:27