Last Updated: Thursday, June 6, 2013, 14:08

मुंबई : रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुरुवार को घोषणा की कि वह तीन साल में पेट्रोकेमिकल, तेल-गैस, साथ खुदरा व दूरसंचार क्षेत्र के अपने मुख्य कारोबार में 1,500 अरब रुपये (1.5 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेगी।
कंपनी के शेयरधारकों की 39वीं आम बैठक को संबोधित करते हुए कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस का यह अब तक का सबसे बड़ा निवेश कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कि यह निवेश मुख्य रूप से तेल एवं गैस उत्खनन व उत्पादन, रिफाइनिंग एवं विपण, पेट्रोकेमिकल, खुदरा और ब्राडबैंड व डिजिटल सेवाओं में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आरआईएल विश्व की पांच शीर्ष पेट्रोकेमिकल कंपनियों में स्थान बनना चाहती है और कंपनी की पेट्रोकेमिकल उत्पादन क्षमता सालाना 1.5 करोड़ टन से बढ़ाकर 2.5 करोड़ टन की जा रही है। अंबानी ने पिछली सालाना आम बैठक में अगले चार-पांच साल में 1,00,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी। उसने अब 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश तीन साल में ही करने की बात की है।
आरआईएल की ब्रिटेन की बीपी के साथ भागीदारी का फायदा दिखना शुरू हो गया है। मौजूदा उत्पादन क्षेत्र केजी-डी6 ब्लाक में दो किलोमीटर नीचे गैस की खोज के साथ कंपनी अब इस गैस क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में इसका उत्पादन शुरू करने पर विचार कर रही है। अंबानी ने कहा कि कंपनी मध्य प्रदेश के शोगापुर में स्थित कोल-बेड-मिथेन (सीबीएम) से उत्पादन शुरू करने पर विचार कर रही है।
हालांकि, अंबानी ने दूरसंचार सेवा शुरू करने के संबंध में जानकारियां नहीं दी लेकिन उन्होंने कहा कि दूरसंचार कारोबार इकाई कर्मचारियों की संख्या अगले साल बढ़ाकर 10000 की जाएगी जो फिलहाल 3000 है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 6, 2013, 14:06