Last Updated: Saturday, December 3, 2011, 12:25
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि वह जरूरत पड़ने पर रुपए में गिरावट को रोकने के लिए हर उपाय करेगा और हाल के दिनों में चुनिंदा हस्तक्षेप से चुनौतियों से निपटने में असमर्थता का ‘गलत अर्थ’ नहीं लगाया जाना चाहिए।
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर सुबीर गोकर्ण ने सीआईआई के एक कार्यक्रम में वीडियो रिकार्डिंग के जरिये कहा, ‘बाजार में विदेशी मुद्रा की आपूर्ति बढ़ाने के लिए हमारे पास साधन और क्षमता है और उचित समय पर हम इसका इस्तेमाल करेंगे।’ उन्होंने कहा कि वैश्विक संकट को देखते हुए रुपए पर दबाव कुछ समय तक बने रहने की संभावना है। अगर केन्द्रीय बैंक को अल्पकाल में रुपए में तेज गिरावट की आशंका दिखेगी तो हम उपलब्ध सभी उपायों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकिचाएंगे। उन्होंने कहा कि उतार-चढ़ाव रोकने के लिए रिजर्व बैंक ने मजबूत हस्तक्षेप नहीं किया।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों से रुपए में लगातार गिरावट आ रही है जिससे यह एशिया में सबसे खराब निष्पादन करने वाली मुद्रा में से एक बन गया है। अगस्त और नवंबर के बीच रुपया करीब 18 प्रतिशत टूट चुका है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 3, 2011, 17:55